किताबों से लेकर दस्तावेजों में बदल जाएगा मिस्र का इतिहास
योगेश मिश्रा
मिस्र पुरातत्वविदों की पहली पसंद रहता है क्योंकि यह मौजूद पुरातत्व स्थल अक्सर इतिहास से जुड़े रहस्यों पर से पर्दा हटाते रहते हैं। अब एक ममी के अवशेष दावा कर रहे हैं कि मिस्र में ममी का इतिहास अनुमान से ज्यादा प्राचीन है।
काहिरा
मिस्र ज्यादातर अपने सदियों पुराने पिरामिडों, ममी और प्राचीन संस्कृतियों के चलते पुरातत्वविदों की पहली पसंद रहा है। इतिहास के रहस्यों पर से पर्दा हटाने में भी मिस्र का अहम योगदान है। अब एक नई खुद मिस्र के इतिहास में संशोधन कर सकती है। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि ममीकरण की प्रक्रिया प्राचीन मिस्र में अब तक के अनुमान की तुलना में 1000 साल पहले ही शुरू हो गई थी।
मिस्र में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों की खोज पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री के अनुसार सबूत बताते हैं कि यह प्रक्रिया अनुमान से पहले ही शुरू हो गई थी। डॉक्यूमेंट्री में सक्कारा के कब्रिस्तान में मकबरे की जांच और विश्लेषण को दिखाया गया है जो शाही परिवार से संबंधित था। शाही परिवार के सदस्य के अवशेष 2019 में खोजे गए थे और माना जाता है कि यह अब तक के आकलन से पुराने हैं।
…तो संशोधित करनी होंगी सभी किताबें
माना जा रहा है कि यह ब तक खोजी गई सबसे पुरानी ममियों में से एक भी हो सकती है। यह अवशेष Old Kingdom के हैं और 4000 साल पहले से शवों को संरक्षित करने में उनकी प्रगति को दर्शाते हैं। द ऑब्जर्वर से बात करते हुए काहिरा की अमेरिकन यूनिवर्सिटी में इजिप्टोलॉजी की प्रमुख प्रोफेसर सलीमा इकराम ने बताया कि यदि यह वास्तव में Old Kingdom की ममी है, तो ममीकरण और Old Kingdom के इतिहास के बारे में सभी पुस्तकों को संशोधित करने की जरूरत होगी।
किताब से खुला ममी बनाने की प्रक्रिया का राज
इससे पहले पुरातत्वविदों ने करीब 3500 साल पुरानी एक किताब से किसी लाश को ममी बनाने की सबसे पुरानी प्रक्रिया का पता लगाया था। कहा जाता है कि करीब 4 हजार साल पहले से ही प्राचीन मिस्र में इंसान के मरने के बाद उसे ममी बनाने की प्रक्रिया चल रही है। यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के शोधकर्ताओं को किताब से लाश को ममी बनाने की सबसे पुरानी प्रक्रिया का पता चला था। यह किताब एक भोजपत्र की शक्ल में थी और उसे पेरिस में रखा गया है। इस किताब से कई डरावनी चीजें भी निकलकर सामने आई थीं।
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