कुरान की कुछ आयतें हटाने को लेकर चर्चा में रहे शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन वसीम रिजवी ने पैगंबर मोहम्मद की जिंदगी पर किताब लिख कर सनसनी मचा दी है। वसीम रिजवी ने गाजियाबाद के डासना मंदिर में दर्शन करने के बाद महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती से अपनी विवादित किताब ‘मोहम्मद’ का विमोचन कराया।
वसीम रिजवी ने कहा कि ‘इस्लाम दुनिया में क्यों आया और इतना आतंकवादी विचार क्यों रखता है?’ इसी को यह किताब उजागर करती है। इसके अलावा उनका दावा है कि ये किताब इस्लाम की असलियत और मोहम्मद
रिजवी का दावा है कि उनकी किताब “मोहम्मद” पूरी तरह फैक्ट्स – ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है। इसे लिखने के लिए 350 से ज्यादा किताबों और मुस्लिम ग्रंथों का रेफरेंस लिया गया है। रिजवी कहते हैं कि ‘इस्लाम दुनिया में क्यों आया और इतना आतंकवादी विचार क्यों रखता है?’ इसी को यह किताब उजागर करती है। इस्लाम किस तरह से फैला है और इसका मकसद क्या है? ये भी इस किताब से पता चलेगा।
वसीम रिजवी ने कहा कि आज भारत मे दारुल उलूम देवबंद जैसे खतरनाक संस्थान हैं, जिनमें अगले केवल बीस वर्षों में हिन्दुओं के समूल विनाश की तैयारी की जा रही है। हिन्दू समाज यदि इसी तरह आंख बंद करके बैठा रहा तो हिन्दुओं का सर्वनाश तय है। उन्होंने यह भी बताया कि यती नरसिंहानंद जी ने सम्पूर्ण विश्व को मोहम्मद की असलियत बताकर मानवता की बहुत बड़ी सेवा की है। उनकी बातों को प्रामाणित सिद्ध करने के लिये ही उन्होंने मूल इस्लामिक मजहबी ग्रन्थों के आधार पर “मोहम्मद” नाम की पुस्तक लिखी है, जो मोहम्मद और इस्लाम की असलियत पूरी दुनिया को बताएगी।
इस अवसर पर स्वामी नरसिंहानंद जी ने कहा कि इस्लाम और मुहम्मद के बारे में जितनी भी बातें आज तक उन्होंने कही है वो वसीम भाई ने आज सही सिद्ध कर दी है। इस्लाम के गहन अध्ययन के बाद उन्होंने मुहम्मद के जीवन पर यह “मुहम्मद” नाम की किताब लिखी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस्लाम का जिहाद धरती की सम्पूर्ण मानवता के लिए खतरा है। दुनियां के हर व्यक्ति को सम्मान और स्वतंत्रता के साथ रहने का बराबर का अधिकार है जिसे इस्लाम के नाम पर कुचला जा रहा है।