कलाम की यादों को सलाम
केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार सरकार ने सरदार पटेल, लालबहादुर शास्त्री, पीवी नरसिंहाराव सरीखे कांग्रेसी नेताओं को कांग्रेस से छीनकर अपनी झोली में उन्हें सम्मानपूर्ण स्थान दिलाया है। अब इसी कड़ी में मोदी सरकार ने अच्छी पहल करते हुए विविध क्षेत्रों में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के शानदार योगदान एवं यादों को संस्थागत रूप देने का निर्णय लिया है। लोकसभा में गोपाल शेट्टी एवं कुछ अन्य सदस्यों के सवाल के जवाब में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डा. हर्षवर्धन ने यह जानकारी दी और कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल इस विषय पर चर्चा करेगा। हालांकि उन्होंने इसका ब्योरा नहीं दिया। हर्षवर्धन ने कहा कि हम विज्ञान, मूल्य और शिक्षा से जुड़े विविध क्षेत्रों में योगदान के लिए कलाम की स्मृति को संस्थागत रूप देंगे।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम ने देश के लिए जितना किया है उसे देखते हुए उनकी यादों को सलाम करना हर देशभक्त के लिए और देशवासी के लिए आवश्यक है। उन्होंने राष्ट्र सर्वप्रथम के आधार पर कार्य किया और अपने इसी उद्देश्य को लेकर जीवन यापन किया। राष्ट्र के प्रति समर्पित वह महामानव देश को लेकर इतना खो गया कि जिस उम्र में लोग घर बसाकर अपनी घर गृहस्थी का आनंद लेने का सपना संजोते हैं, वह उस समय भी ‘देश बसाने’ को लेकर चिंतित था और अपने उसी चिंतन में मस्त रहकर शादी की अवस्था को पीछे छोड़ उसे बहुत आगे निकल गया। शादी कलाम का इंतजार करती रही, और कलाम थे कि उन्हें अंतिम समय तक शादी का ख्याल ही नही आया। ऐसे वैज्ञानिक, ऐसे संत, ऐसे राजर्षि और ऐसे तप:पूत के प्रति सम्मानभाव प्रदर्शित करके और उनके स्मरणीय कार्यों को आने वाली पीढिय़ों के लिए चिरस्मरणीय बनाने की दिशा में मोदी सरकार यदि कोई फैसला लेती है, तो उसे स्वागत योग्य ही माना जाना चाहिए। मोदी पहल करें, देश उनका समर्थन करेगा। -देवेन्द्रसिंह आर्य
लेखक उगता भारत समाचार पत्र के चेयरमैन हैं।