नई दिल्ली। ( विशेष संवाददाता) एनसीआर की सीमाओं को बढ़ाकर अब 100 किलोमीटर तक किया जा रहा है। इसका सेंट्रल पॉइंट राजघाट होगा ।जिसके चलते अब सोनीपत भी एनसीआर के अंतर्गत आ जाएगा।
उक्त विषय में केंद्र सरकार इस समय गंभीर दिखाई दे रही है। वैसे अब से पहले कई बार कुछ ऐसी चर्चाएं चलती रही हैं कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कुछ जिलों को लेकर इसका विस्तार कर दिया जाए। एनसीआर को 100 किलोमीटर के दायरे तक बढ़ाने का यह फैसला उस दिशा में भी एक कदम हो सकता है।
विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि उक्त फैसला अक्टूबर माह के अंत तक आ सकता है। जिसके चलते उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई अछूते जिले एनसीआर के भीतर आ जाएंगे। यद्यपि एनसीआर के लोगों का इस संदर्भ में पहले से ही यह मानना रहा है कि एनसीआर के भीतर आने के उपरांत भी लोगों को वह सुविधाएं नहीं मिल पाती जिनकी अपेक्षा की जाती है।
इसके विपरीत कुछ लोगों का यह भी मानना है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश के मेरठ, हापुड़, बागपत, गौतम बुध नगर और बुलंदशहर जिलों को लेकर दिल्ली में सम्मिलित कर एक नए राज्य का गठन किया जाए। इसी प्रकार पड़ोसी प्रदेश हरियाणा के जिलों को भी ले लिया जाए। इससे पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को विशेष लाभ यह होगा कि उन्हें लखनऊ और इलाहाबाद के लिए जिन कामों के लिए भागना पड़ता है उनके वे काम यहां पर जल्दी हल हो जाएंगे।