*मैं फूल टाइम अध्यक्ष हूं.. सोनिया गांधी* *कांग्रेस का लोकतंत्र सोनिया प्रियंका, राहुल, राबर्ट वाड्रा तक ही सीमित है*
सोनिया गांधी ने उन सभी कांग्रेस के नेताओं और मीडिया को भी लताड़ा है और कहा है कि वह पार्ट टाइम अध्यक्ष नहीं बल्कि मैं फूल टाइम अध्यक्ष हूं। जबकि सोनिया गांधी पार्ट टाइम ही अध्यक्ष चुनी गयी थी। जब राहुल गांधी ने चुनावों में कांग्रेस की लगातार हो रही पराजय से आहत होकर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था तब कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी को ही पार्ट टाइम के लिए अध्यक्ष चुना था। कुछ ही दिनों में नियमित अध्यक्ष का चुनाव होने की बात की गयी थी। लेकिन दो साल से अधिक समय हो गये, अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं हो सका। पूरी कांग्रेस मिल कर सोनिया गांधी परिवार से अलग किसी व्यक्ति को कांग्रेस के अध्यक्ष लायक नहीं समझे।
कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने एक बयान जारी कर कहा था कि नियमित अध्यक्ष की जरूरत है और सभी राजनीतिक मुद्दों पर पार्टी के अंदर में व्यापक चर्चा की जरूरत है। 23 नेताओं के इस बयान पर काफी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी थी और इस बयान को सोनिया गांधी-राहुल गांधी के खिलाफ मान लिया गया। बयान से खफा कांग्रेसियों ने बयानजारी करने वाले नेताओं के खिलाफ रोष पूर्ण प्रदर्शन भी किये थे।
अब सोनिया गांधी ने फूल टाइम अध्यक्ष होने की बात कह कर एक झटके में ही सभी 23 कांग्रेसियों की हवा निकाल दी है। अब कोई कांग्रेसी यह कहने के लिए तैयार नहीं है, हिम्मत जुटाने की कोशिश तक नहीं कर पा रहा है कि सोनिया गांधी फूल टाइम नही बल्कि पार्ट टाइम यानी वैकल्पिक व्यवस्था तक अध्यक्ष बनी थी। अब कांग्रेस अध्यक्ष का पद का चुनाव 2022 में होगा। ऐसा सोनिया गांधी का कहना है।
दिग्विजय सिंह का कहना है कि अध्यक्ष पद गांधी परिवार ही तय करे। यानी कि सोनिया गांधी परिवार ही तय करें कि अध्यक्ष कौन बनेगा। सोनिया गांधी परिवार का अर्थ चार लोग ही होते हैं, पहला सोनिया गांधी, दूसरा राहुल गांधी, तीसरा प्रियंका गांधी और चैथा रार्बट बढ़ेरा।
कांग्रेस का लोकतंत्र सिर्फ सोनिया गांधी परिवार तक ही सीमित है। सोनिया गांधी के परिवार से अलग लोकतंत्र की बात सोची भी नहीं जा सकती है।
आचार्य श्री विष्णुगुप्त
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Date — 16 / 10 / 2021
New Delhi
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