ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पाकिस्तान, अमेरिका और कनाडा पर अपने पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के हत्यारों को शरण देने और उन्हें पकडऩे में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। बुधवार की रात उन्होंने संसद को बताया कि गुनहगारों में शामिल लेफ्टिनेंट कर्नल राशिद जो पहले लीबिया में था अब पाकिस्तान में है। दालिम भी पाकिस्तान में है। लेकिन, पाकिस्तान न तो यह मानता है और न ही इन्हें पकडऩे में बांग्लादेश के साथ सहयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कनाडा और अमेरिका जैसे देशों ने भी बंगबंधु के हत्यारों को शरण दे रखी है। हसीना ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा जुटाई गई जानकारियों के अनुसार दो दोषी सैन्य अधिकारी अमेरिका में और एक अन्य नूर चौधरी ने कनाडा में शरण ले रखी है।
उन्होंने कहा कि गृह और विदेश मंत्रालय हत्यारों को देश में लाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, कुछ कारणों से ये देश सहयोग नहीं कर रहे हैं। गौरतलब है कि बांग्लादेश की स्थापना करने वाले बंगबंधु की 1975 के सैन्य तख्तापलट के दौरान हत्या कर दी गई थी। 15 अगस्त को हुए तख्तापलट में बंगबंधु के परिवार के ज्यादातर सदस्यों की भी हत्या कर दी गई थी। शेख हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना उस समय देश से बाहर होने के कारण बच गई थी। इसके बाद की सरकारों ने तख्तालपट करने वालों को संरक्षण देने और उन्हें विदेश में राजनयिक बनाकर पुरस्कृत करने का काम किया। 21 साल के राजनीतिक वनवास के बाद जब हसीना की अवामी लीग सत्ता में आई तो इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई। 2010 में इस मामले में पांच लोगों को मौत की सजा दी गई। पांच दोषी भगोड़े करार दिए जा चुके हैं। वहीं, एक अन्य दोषी की विदेश में स्वभाविक मौत हो चुकी है।