ईस्टर्न पेरिफेरल से बंबावड़ न्याय पंचायत में रेम्प बनाने की मांग ने पकड़ा जोर

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दादरी। विशेष संवाददाता यहां एक गांव बंबावड़ की न्याय पंचायत के गांवों के लोगों ने पिछले 1 वर्ष से अपनी मांग रखते हुए केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को कई बार अवगत कराया है कि यहां पर ईस्टर्न पेरिफेरल से एक उतार बनाने की व्यवस्था की जाए। जिससे यहां के सभी ग्रामवासियों को ही नहीं बल्कि दूरदराज से आने वाले लोगों को भी सुविधा होगी।
  इस संबंध में जानकारी देते हुए आर्य समाज के नेता और वरिष्ठ समाजसेवी श्री महेन्द्रसिंह आर्य ने ‘उगता भारत’ को बताया कि   इस आशय का एक ज्ञापन आज ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पधारे श्री ए0के0 शर्मा (नवनियुक्त विधान परिषद सदस्य ) को 20 गांवों के प्रधानों के हस्ताक्षर के साथ दिया गया है। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद श्री सुरेंद्र सिंह नागर नेकी जोकि राज्यसभा उपसभापति भी हैं।
दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि यदि  यहां पर रेम्प बना दिया जाए तो महावड़, बंबावड़ ,कुड़ीखेड़ा, आकलपुर जागीर,  कल्दा, छिड़ौली, दुजाना , अच्छेजा, बादलपुर, बिसाहड़ा, राजतपुर , प्यावलीआदि दर्जनों गांवों को लाभ होगा ।
  श्री आर्य ने कहा कि गाजियाबाद से एनटीपीसी संपर्क मार्ग यहां से ईस्टर्न पेरिफेरल के नीचे से गुजरता है। जिससे गाजियाबाद एनटीपीसी हापुड़ तक के लोग यहां से आते जाते हैं। उन्हें भी इस उतार के बनने से सुविधा प्राप्त हो सकती है। आर्य समाजी नेता ने कहा कि मायावती के शासनकाल में एक सड़क गांव बादलपुर दुजाना महावड़ से होकर इस पॉइंट पर आकर ही एनटीपीसी जारचा और हापुड़ के लिए निकाली जानी प्रस्तावित थी।  जिसका मुआवजा भी लोग उठा चुके हैं।  श्री आर्य ने बताया कि यह सड़क नोएडा ग्रेटर नोएडा को भी जोड़ती है। इस प्रकार यहां पर एक ऐसा चौराहा बन जाना संभावित है जो बहुत व्यस्त होगा। उसके दृष्टिगत आज ही सरकारों को समय रहते उचित निर्णय लेकर गांव वासियों की समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए यहां पर उतार बनाना चाहिए । उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो आर्य समाज और क्षेत्रीय संगठनों के लोग मिलकर एक क्रांतिकारी आंदोलन पर विचार करेंगे।

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