इतिहास साक्षी है कि कांग्रेस प्रारम्भ से ही जनता को विभाजित करने का काम करती रही है, और इसमें हिन्दू कांग्रेसियों का भी कसूर नहीं, क्योंकि जिस पार्टी की स्थापना करना वाला ही जब विदेशी हो, तो उस पार्टी से देशहित की कल्पना करना ही व्यर्थ है।
हिन्दू सम्राटों के इतिहास को ठंठे बस्ते में डाल आतताई मुगलों को महान बता हमें पढ़ाया गया। हिन्दू सम्राटों के युग में बने दुर्गों को मुगलों के नाम कर दिया, हिन्दू मंदिरों को मस्जिद, दरगाह अथवा कब्रिस्तान बनाए जाने पर जब उनको वास्तविक रूप प्रदान करने के विनती करने पर उन्हें विवादित कर हिन्दू-मुसलमानों को लड़वाने का काम करती रही। इतना ही नहीं, फिरोज जहांगीर से निकाह कर इंदिरा गाँधी जब मुस्लिम बन गयी, फिर अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाज से कर देश को धोखे में रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिक्षा का प्रमाण मांगने वाले गाँधी परिवार से हिन्दू होने का प्रमाण कब मांगेगे?
दूसरे उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों में अयोध्या में राममंदिर बनने के बाद से हिन्दू मतदाताओं को अपनी ओर करने की जुगाड़ में लगे हैं, वहीँ चुनावों में कोट पर जनेऊ पहनने वाले राहुल गाँधी की कांग्रेस ब्राह्मणों को बाहरी बता, नदी में बहाने की बात कर रहे हैं। ऐसे आभास होता है कि मोदी विरोध में कांग्रेस की सोंच एकदम निम्न स्तर पर पहुँच गयी है। दंगाइयों को समर्थन, टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन, देश के दुश्मन चीन और पाकिस्तान से गुप्त समझौते करना।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने आप को जनेऊधारी ब्राह्मण और अपना गोत्र दत्तात्रेय बताते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ब्राह्मणों का अपमान करते हैं और वे इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। इस चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या राहुल गांधी नंद कुमार बघेल के बयानों का समर्थन करते हैं ? क्या राहुल गांधी भी गंगा से वोल्गा जाएंगे ? आखिर राहुल गांधी हैं क्या?
पिछले दिनों लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा था, “वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रुस की एक नदी) भेजेंगे क्योंकि वो परदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज लोग आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण लोग या तो सुधर जाएं या गंगा से वोल्गा जाने के लिए तैयार हों।”
नंद कुमार बघेल के इन विवादित बयानों के खिलाफ रायपुर पुलिस ने धारा 153-A और धारा 505-A के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने सांप्रदायिक माहौल ख़राब करने और सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। वहीं नंद कुमार बघेल के विवादित बयानों को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है। इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस के दो मंत्रियों रविंद्र चौबे और मो.अकबर से सवाल किया कि क्या आप नंद कुमार बघेल के बयान का समर्थन करते हैं या नहीं।
उधर सोशल मीडिया पर लोगों ने राहुल गांधी और कांग्रेस के ब्राह्मण विधायकों को निशाने पर लिया। लोगों ने छत्तीसगढ़ के ब्राह्मण विधायकों को चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो नंद कुमार बघेल का विरोध करे या फिर राहुल गांधी के सामने अपनी शिकायत रखें और भूपेश को मुख्यमंत्री पद से हटाए, आख़िर वो दत्तात्रेय ब्राह्मण हैं। लोगों का कहना है कि कांग्रेस की राज्य सरकारों में ब्राह्मणों को अपमानित करने की होड़ मची है। राजस्थान सरकार के मंत्री शान्ति धारीवाल के बाद छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी मुख्यमंत्री के पिता ने ब्राह्मणों का अपमान किया है।