हिंदुओं के बड़े बड़े नरसंहार सूफियों ने अंजाम दिए हैं… प्रमाणिक तथ्यों के साथ विश्लेषण
- हम सूफी की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि मुसलमान ये बताते हैं कि इस्लाम शांति का धर्म है और सूफी ही इस्लाम का सच्चा चेहरा है । लेकिन सच्चाई ये है कि दरअसल सूफीवाद ही इस्लाम को फैलाने का सबसे बड़ा और मुख्य जरिया है और इसके लिए सूफियों ने काफिरों के रक्तपात से भी कभी परहेज नहीं किया है ।
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सूफी… इस्लाम को फैलाने का मुख्य तरीका है… अब सूफी भी चार तरह के हैं… एक एक करके बताते हैं आपको
1- नक्शबंदी
2-चिश्ती
3-सुहरावर्दी
4-कादरी
अब इन चार तरीकों में भी सिलसिले होते हैं यानी प्रकार… जैसे ओवैसी भी एक सिलसिला है… ये अलग-अलग पीर होते हैं -
आपको ये जानकर हैरानी होगी भारत में हिंदुओं के जितने भी बड़े बड़े नरसंहार हुए हैं वो सूफियों ने किए हैं… आपको उदाहरण देकर समझाते हैं…
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जैसे 1921 में मोपला का नरसंहार हुआ जिसमें हजारों हिंदुओं को मार दिया गया… केरल में एक जगह मालाबार है… यहां के मुसलमानों ने खिलाफत स्थापित करने के लिए हिंदुओं का सफाया शुरू कर दिया था.. हजारों हिंदू बहन बेटियों को जबरन धर्मांतरण कर निकाह कर रेप कर मुसलमान बना दिया गया और उनके पतियों भाइयो पिताओं को मौत के घाट उतार दिया गया था । इस मोपला नरसंहार को लीड करने वाला मुसमलान था…. अबू मुसलियार.. और कुंजाहम्मद हाजी…. ये दोनों ही कादरी सूफी थे ।
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अक्टूबर नवबंर 1946 में बंगाल के नोआखली जिले में भी हिंदुओं का नरसंहार मुस्लिम लीग के गुंडों के नेतृत्व में मुसलमानों द्वारा किया गया था । इस नोआखली नरसंहार को लीड किया था… गुलाम मोहम्मद सरवर ने… जो कि नोआखली के दायरा शरीफ का पीर था… और चिश्ती संप्रदाय का सूफी था ।
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इसी तरह 1946 का कलकत्ता किलिंग… जिसमें 4000 हिंदुओं को मार दिया गया था… इस नरसंहार को लीड करने वाला बंगाल का तत्कालीन मुख्यमंत्री ही था जिसका नाम था… हुसैन शहीद सुहरावर्दी… अब इसके तो नाम में ही सुहरावर्दी लगा हुआ है… ये सुहरावर्दी सूफी था जिसके हाथ हिंदुओं के खून से रंगे हुए हैं ।
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और नक्शबंदी कौन होते हैं ? सबको पता है कि औरंगजेब नक्शबंदी सूफी था । औरंगजेब ने कितने बड़े पैमाने पर हिंदुओं का नरसंहार किया… ये किसी से छुपा नहीं है । इस तरह हमने आपको बताया कि नक्शबंदी.. चिश्ती… सुहरावर्दी… कादरी ये सबके सब सूफी थे और इन्होंने किस तरह हिंदुओं के बड़े बड़े नरसंहारों को अंजाम दिया ।
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-औरंगजेब… का गुरु था सैफुद्दीन जो खुद एक नक्शबंदी था… सैफुद्दीन भी एक नक्शबंदी ही था जिसने औरंगजेब को हिंदुओं का कत्ल करने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया था । सैफुद्दीन का पिता मोहम्मद शेख मासूम भी नक्शबंदी था जो शाहजहां के दरबार की शान था… उसके पिता का नाम था… अहमद सर हिंदी जिसने जहांगीर को निर्देश देकर हमारे गुरु अर्जुन देव जी महाराज की हत्या करवाई थी ।
-यानी ये एक भ्रम है कि सूफी शांतिप्रिय होते हैं दरअसल सूफियों ने इस्लाम को फैलाने के लिए युद्ध लड़े हैं और हिंदुओं का कत्लेआम करने में भी कभी कोई हिचक नहीं दिखाई है… हल्दीघाटी के युद्ध में भी महाराणा प्रताप के खिलाफ जंग लड़ने के लिए फतेहपुर सीकरी से दो सूफी अकबर की सेना में शामिल हुए थे
-कुल मिलाकर समझने वाली बात ये है कि देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद ने भारत में एक झूठे इतिहास की नींव रखी थी । इतिहास की किताबों में जो झूठ 70 साल से पढ़ाया जा रहा है वो अब हिंदुओं की धमनियों में रक्त बनकर दौड़ने लगा है और वो सच को नहीं समझ पा रहे हैं इसलिए आप से निवेदन है कि इस पोस्ट को भारी मात्रा में ग्रुप्स में शेयर करें
- संजय दीक्षित जी के प्रवचनों से
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