वोटों की राजनीति के जादूगर और वोटों के लिए राजनीति का गुडग़ोबर करने में माहिर लालू ने कहा कि दलितों और पिछड़ों को एकजुट होकर इनके डिज़ाइन को समझना होगा। ये आपका साथ लेकर ही आपको बाँट देंगे। फिर आप लकीर पर लाठी पीटते रहेंगे। अभी तो आरक्षण की बात कर रहे है फिर आप से आरक्षण के आधार पर मिली शिक्षा, नौकरी एवं सब कुछ छीन लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में खुद को पिछड़ा बताकर आपके वोट ठगने वाला, तथाकथित चाय बेचने वाला, हाल ही में पिछड़ा बना मोदी बतायें कि वो अपने आका मोहन भागवत के कहने से आरक्षण खत्म करेंगे कि नहीं।
मैं डरपोक भाजपाईयों को चुनौती देता हूं कि तुम आरक्षण खत्म करने की कहते हो, हम इसे आबादी के अनुपात में बढ़ायेंगे। माई का दूध पिया है तो खत्म करके दिखाओ। किसकी कितनी ताकत है पता लग जायेगा। लालू गली-गली में मिट जायेगा पर मुठ्ठी भर अभिजात्यों का एजेंडा बहुसंख्यक बहुजनों पर लागू नहीं होने देगा।
वास्तव में सब ओर से पिटे हुए मोहरे की तरह सिर पकडक़र बैठे लालू के पास इन दिनों कोई मुद्दा नही है, यह राजनीति का वह थका हुआ चेहरा है जो अपने आपको नीतीश के हाथों बेच चुका है। अब यदि इसे आरक्षण खत्म करने की तार्किक बात को क्रियान्वित मोदी दिखाई दे जाएं तो उसी आधार पर देश में आग लगाने का अवसर इस थके हुए चेहरे को मिल सकता है। आग लगाने का बहाना ढूंढ़ रहे हैं जनाब और दूसरों को आग लगाने वाला कह रहे हैं-क्या खूब अक्ल है साहब की?
-देवेन्द्रसिंह आर्य