बिन नाम लिए लाल किले से चीन और पाक पर प्रधानमंत्री मोदी ने किया हमला ,गिनवाईं भारत की दो बड़ी चुनौतियां
एजेंसियां , नई दिल्ली
देश के 75वें स्वाधीनता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों पर बात की और बिना नाम लिए ही चीन और पाकिस्तान को भी कड़ा संदेश पहुंचाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विस्तारवाद के नीति के लिए चीन और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि भारत दोनों चुनौतियों का करारा जवाब दे रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोई बाधा 21वीं सदी के भारत के सपनों को पूरा करने से नहीं रोक सकती।
चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया भारत को एक नई दृष्टि से देख रही है और इस दृष्टि के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं। एक आतंकवाद और दूसरा विस्तारवाद। भारत इन दोनों ही चुनौतियों से लड़ रहा है और सधे हुए तरीके से बड़े हिम्मत के साथ जवाब भी दे रहा है।’
उन्होंने कहा कि भारत आज अपना लड़ाकू विमान, पनडुब्बी और गगनयान भी बना रहा है और यह स्वदेशी उत्पादन में भारत के सामर्थ्य को उजागर करता है।’ पीएम मोदी ने कहा, ’21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती। हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है। हमारी प्राण शक्ति, राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम की भावना है।’
उन्होंने कहा कि साल 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में पाकिस्तान के टेरर पैड्स पर एयर स्ट्राइक से देश के देश के दुश्मनों को ‘नए भारत’ के उदय और कड़े फैसले लेने के उसके संकल्प के बारे में कड़ा संदेश मिला। बता दें कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में साल 2016 में की एयर स्ट्राइक कर जम्मू-कश्मीर के उरी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया गया था। पीएम ने कहा कि भारत साहस के साथ आतंकवाद और विस्तारवाद से लड़ रहा है और सरकार सशस्त्र बलों की क्षमताओं को मजबूत करने के लिए सभी कदम उठाएगी।
विस्तारवाद का जिक्र पीएम मोदी ने चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर किया, जहां दोनों देशों की सेनाएं फिलहाल पीछे हटने को तैयार हो गई हैं। भारत और चीन के बीच 15 महीने से भी ज्यादा समय से इस इलाके में विवाद जारी है। बीते साल गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे।