अपनी खामोश विदेश यात्रा के बाद लौटे राहुल गांधी फिर कुछ जोश में आ रहे हैं। बिहार में चुनावी दौड़ में तो बेचारे कहीं दिखाई नही दे रहे और पहली बार देश की सबसे बड़ी पार्टी रही कांग्रेस के इस युवा नेता ने इस पार्टी को चुनाव से पहले ही हाशिये पर ला खड़ा किया है। बिहार में कांग्रेस और राहुल गांधी कहीं दिखाई नही दे रहे। पर बेचारे राहुल भैया को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तो क्रोध आ ही जाता है। कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव से पहले जनता से किए गए वादों को पूरा नही कियाा है और राजग सरकार सिर्फ अमीरों के लिए काम कर रही है, जबकि गरीब और कमजोर तबके के लोग कष्ट झेल रहे हैं। राहुल गांधी ने बिहार के शेखूपुरा में एक चुनावी रैली में कहा, एक साल पहले, नरेन्द्र मोदी जी चुनाव जीते और आप सभी उन वादों से परिचित हैं जो उन्होंने किए थे। उन्होंने अनेक वादे किए थे जिनमें कालाधन वापस लाना और प्रत्येक भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा करना, युवाओं को रोजगार और किसानों के उत्पाद के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी शामिल है।

कांग्रेस नेता ने कहा, कृपया मुझे बताइये, यहां कोई एक व्यक्ति ऐसा है, जिसके खाते में 15 लाख रुपए हैं, उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया।

अब बेचारे राहुल गांधी से कौन पूछे कि देश में यदि इतनी बड़ी संख्या में गरीब और अशिक्षित लोग हैं तो इन्हें गरीब और अशिक्षित बनाने में उनकी अपनी पार्टी का कितना योगदान रहा है? विशेषत: तब जब कि आजादी के बाद के 68 वर्षों में केन्द्र में लगभग साठ वर्ष उनकी अपनी पार्टी सत्तारूढ़ रही है और उसमें भी अधिक समय उनके अपने परिवार के लोगों ने शासन किया। मोदी से प्रश्न पूछने से पहले वह स्वयं बतायें कि उनके परिवार के शासन के दौरान देश से गरीबी और अशिक्षा हटी क्यों नही और निरंतर बढ़ती क्यों रहीं?  -देवेन्द्रसिंह आर्य

Comment: