🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
हिन्दू जागृति अभियान :-
निकट भविष्य में, भारत व ब्रिटेन मुस्लिम राज्य हो जायेंगे और मुसलमान एक भी गोली चलाएं बिना खून-खराबे के वोट के बल पर सत्ता में काबिज होकर शरीयत लागू कर इस्लामी राज्य बना देगें।हिंदुओं में इस्लाम और वेदों,दोनों की अनभिज्ञता ने ही उन्हें इस महाविनाश में झोंक दिया – अनवर शेख।
इतिहास के समसामयिक समीक्षक के अतिरिक्त अनवर शेख कवि, लेखक और प्रख्यात दार्शनिक भी हैं। वे अंग्रेजी उर्दू दोनों भाषाओं में समान अधिकार के साथ लिखते हैं।इस उपमहाद्वीप के धर्मान्तरित मुसलमानों में आए बदलाव और कुरान के संबंध में उनकी समझ अद्भुत है। उनकी अबतक प्रकाशित प्रमुख कृतियां है –
★ ईटरनिटी ★ फेथ एंड डिस्क्रिप्शन ★ इस्लाम – अरब नेशनल मूवमेंट ★ इस्लाम – दी अरब इम्परियलिज्म ★ इस्लाम – सेक्स एंड वायलेंस ★ इस्लाम एंड वायलेंस ★ दी टेल ऑफ टू गुजराती संत जिन्ना एंड गांधी ★ इस्लाम एंड हुमन राइट्स।
ब्रिटेन की कुल आबादी ६.६करोड़ है और ३०लाख मुस्लिम वोटों के बल पर९ मुस्लिम मेयर,३,०००मस्जिद, १५० शरिया कोर्ट व ५० शरिया काउन्सिल हैं।
७८% मुस्लिम महिला व ६३% मुस्लिम पुरुष कोई कार्य नहीं करते, मगर मुफ़्त आवासीय सुविधायें और सभी सरकारी अनुदान मुफ़्त प्राप्त कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए 6-7 बच्चे पैदा कर रहे हैं।
आज ब्रिटेन के सभी स्कूलों में सिर्फ इन मुस्लिम बच्चों के कारण सभी बच्चों को हलाल मीट खिलाने को बाध्य है।
ये आंकड़े उस देश के हैं जिसने लगभग दुनिया के हर देश पर राज किया है। सिर्फ लोकतंत्र की वजह से वह आज इस्लाम के आगे घुटने टेक चुका है।४० लाख की मुस्लिम आबादी एक ही स्थान/शहर में संगठन के रूप में सामुहिक रूप रह रहे हैं और वे एक तरफा वोट के द्वारा अपने मुस्लिम प्रत्याशी को जितवा देते हैं।
अब निर्वाचित प्रतिनिधि, ब्रिटेन सरकार को सभी अनवांछित सुविधाये देने को मजबूर करता है। ऐसा न करने पर हड़ताल द्वारा ब्रिटेन के जीवन को जाम कर देते हैं।
यही हालत, आज हमारे देश की हो गई है। मुस्लिम वोट की खातिर चुनी हुई सरकारें मुस्लिमों को ज्यादा ही पोषित कर रही हैं। बंगाल, केरल, कश्मीर, केरल सहित पूरे देश का यही हाल है।
हिन्दू आबादी ज्यादा है, पर जातियों व राजनैतिक पार्टियों में विभक्त है, जबकि मुस्लिम एकजुटता के साथ इस्लामी हितों के अनुरूप अपनी कार्यशैली अपनाते हैं। इसप्रकार अनवर शेख के अनुसार २०६० तक भारत इस्लामी राज्य में तब्दील हो जायेगा।
अगर सरकार ने तत्काल इनकी आबादी पर रोक न लगाई, तो हिन्दू धर्म भी इतिहास की किताबों में पढ़ाया जाएगा।
वर्तमान सरकार को चीन की भाती मुसलमानों को एक बच्चे पर प्रतिबंधित करना होगा। अन्यथा देश को अप्रत्याशित मुस्लिम जनसंख्या विस्फोट के आगे नतमस्तक होना ही पड़ेगा।
आज मुस्लिम, हिंदुओं से हर मामले में ज्यादा सरकारी सुविधाये संविधान और अनुच्छेद २५ ता ३० अन्तर्गत प्राप्त कर रहे हैं। सरकार मदरसों को प्रतिबंधित करने के बजाय अनुदान के द्वारा मजबूती प्रदान की जा रही है, जहां वहाबी विचारधारा से पोषित इस्लाम के सच्चे सैनिक तैयार हो रहे हैं!
मदरसे आतंकवादी गतिविधियां संचालित करने के अड्डे बने हुए हैं। अगर मदरसे बंद न हुए तो १५ साल बाद देश का आधे से ज्यादा मुसलमान आई०एस०आई०एस० विचारधारा का समर्थक हो जाएगा : वसीम रिजवी, चेयरमैन उ.प्र. शिया सेण्ट्रल वक्फ बोर्ड। (स्रोत : हिन्दुस्तान, मेरठ दि.२३ जनवरी,२०१९)वसीम रिजवी की शंका निर्मूल नहीं है,वहाबी इस्लाम का वैश्विक वैचारिक स्रोत – देवबंद, जिसकी शाखाएं पूरे विश्व में फैली हुई हैं जो कट्टरता व जिहाद का समुच्चय है।
समय की मांग है कि मदरसों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए और आबादी के आधार पर धर्मस्थलों को नियंत्रित किया जाए और १९४७ में बट़वारे उपरांत आबादी प्रतिशत के अनुरूप जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए।