संतो की भूमि बंगाल में क्यों बिगड़ गए इतने हालात
बंगाल संतों की भूमि है। चैतन्य महाप्रभु, रामकृष्ण परमहंस, श्यामा चरण लाहिड़ी, स्वामी विवेकानंद, सदृश्य अनेक संतों का प्रादुर्भाव बंगाल की पवित्र भूमि पर हुआ है। भगवान ने स्वयं कहा है कि मोते अधिक संत कर लेखा। अर्थात संत वह भी दे सकते हैं जो भगवान नहीं दे सकते। बंगाल की भूमि पर गौवंश के प्राणों पर 21 जुलाई बकरीद के दिन सर्वाधिक खतरा है। संतों से प्रार्थना है कि वे गौरक्षार्थ सक्रिय हों, ताकि खतरा टले। आपकी जानकारी के लिए:
1) प बंगाल पशु हत्या नियंत्रण आदेश 1950, के अनुसार गौवंश की कुर्बानी गैर कानूनी है।
2) *संविधान के अनुच्छेद 48+51 के अनुसार सरकार का कर्तव्य है कि वह पशुधन एवं प्रकृति के अन्य अंगों की रक्षा व संवर्धन करे।
3) पशु क्रूरता निवारक अधिनियम 1960 के अनुसार किसी भी पशु को मारना – पीटना, भूखा-प्यासा रखना भी दंडनीय अपराध है।
4) सर्वोच्च न्यायालय आदेश दि० 16-11-94 के अनुसार भी गौ की कुर्बानी या प्रयास करना भी गैरकानूनी है। (1995 AIR पृष्ठ 464, State of West Bengal v. Asutosh Lahiri)
5) बंगाल में मुस्लिम बहुल इलाकों में गोवंश, कुर्बानी हेतु खुले आम बंधा हुआ है। अर्थात प्रयास खुले आम हो रहा है।
6) कुर्बानी के प्रयास रूपी अपराध को, अपराध रोकने वाली पुलिस, मूक दर्शक बन देख रही है।
7) मीडिया भी मुस्लिम बहुल इलाकों में गोधन की दुर्दशा दिखाये तो उनकी जान बच सकती है
8) राजनैतिक पार्टियों के नेता, मुस्लिम बहुल इलाकों का दौरा करें तो गौरक्षा हो सकती है।
9) छत्रपति शिवाजी महाराज, चैतन्य महाप्रभु ने गौ की रक्षा की थी।
10) प्राचीन काल से भारत शाकाहारी देश था अतः यहाँ पशुवघ नहीं होता था।
11) महात्मा गाँधी जी गौरक्षा को आजादी से ज्यादा महत्वपूर्ण मानते थे।
12) भारत की अधिकांश जनता चाहती है कि कत्लखाने, तस्करी + मांस निर्यात बंद हो।
13) कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि सरकार, न्यायालय के आदेशों का प्रिंट और विजुअल मीडिया में विज्ञापन दे। (WP 497 of 2017, dt 1 Sept 2017 in Rajyashree chaudhuri Vs State of West Bengal and others)। किंतु सरकार खानापूर्ति के लिए बहुत छोटा विज्ञापन दे कर वस्तुतः न्यायालय के आदेश की भावना का अनादर कर रही है।
14) इंडिया टीवी, जी टीवी, सुदर्शन टीवी जैसे देशभक्त चैनल भी इस विषय पर मौन हैं।
15) शोशल मीडिया पर कुछ गौभक्त इस विषय को उठा रहे हैं। जो अपर्याप्त है।
16) भारतीय संस्कृति कहती है कि गाय का दूध दही, घी, गोबर और गोमुत्र ये पांचो अमृत है।
17) मांस निर्यात भारतीय संस्कृति के विरूद्ध है।
18) राष्ट्र संत विनोबा भावे ने कहा था कि भारत से किसी भी प्रकार का मांस निर्यात नहीं होना चाहिये।
19)प्रधानमंत्री, [email protected], गृहमंत्री- [email protected], भाजपा अध्यक्ष, लोकसभा अध्यक्ष, सभी मंत्रियों और सांसदों, सर्वोच्च न्यायालय के सभी वर्तमान और भूतपूर्व न्यायाधीशों, सभी संतों, को सक्रिय होने ईमेल लिखें, कलकत्ता आमंत्रित करें, स्वयं सत्य देखने का आग्रह करें।
20) गौवंश रक्षार्थ सबके सुझाव आमंत्रित 7984113987
कुछ जागरुक नागरिक ने प्रधानमंत्री आदि को पत्र लिखा है आप भी लिखें और सबको प्रेरित भी कर सकते हैं।
कलकत्ता की संपर्क सूत्र
:9433023999
कहां गायब हो गए शाकाहार , एनिमल बेलफेयर , गौ रक्षक पेटा और अनेक बड़े-बड़े संगठन जो गाय के नाम पर अपने दुकानदारी चला रहे हैं खुलेआम गौ माता का कत्ल का बाजार कोलकाता में लगा हुआ सभी केंद्र और राज्य के सरकारी तंत्र धरासाई हो चुके क्या आप भी मौन होकर मौत का तमाशा देखेंगें लीगल इल्लीगल साम दाम दंड भेद राजनीतिक सरकारी आप जो भी सक्षम हैं वह करें नहीं कुछ कर सकते तो गाय खरीद लें या या मैसेज लोगों तक पहुंचाएं कोई तो वीर शिवाजी के ध्यान में आ जाए
राजनीति से ऊपर नैतिक श्रेष्ठ राष्ट्रनीति और धर्म के उत्थान में चिंतनशील विचारकों की एक संगोष्ठी देश विदेश और हर राज्यों की राजधानी एवं जिले स्तर पर आयोजित होने जा रहा है इस आयोजन की पूरी रुपरेखा क्या होना चाहिए शिक्षा स्वास्थ धर्म अर्थ से लेकर सभी स्तर पर हो रहे वैश्विक षड्यंत्र की चर्चा ऑनलाइन या सार्वजनिक नहीं होगी विदेशी प्लेटफार्म पर विदेशी भाषा और विदेशी सोच से बड़े-बड़े विद्वान अपनी मूर्खता वृद्धि कर रहे हैं जो हमारा सारा डाटा उनके पास संग्रहित हो रहा है अपने विचार जरुर प्रेषित करें मैंने आज तक ना कोई ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन कराया है ना ही कभी अपना अकाउंट सार्वजनिक किया है ना ही धन की याचना की है पर हमारे सहयोगीयों को आपके सहयोग की बहुत अधिक आवश्यकता है जिससे कार्यों का संचालन किया जाए जिनका अकाउंट नंबर आपके कहने पर ही आपको भेजा जाएगा कृपया अपना भूमिका तय या निर्धारित कर सूचित करें whatsapp 9336919081 और कॉल 7984113987 पर
अब तो बस एक ही समाधान राष्ट्रीय स्वतंत्र गुरुकुल शिक्षा अभियान
दानव लोग सदियों से सहजीवन तोडते आए हैं ।
मानव मानव के बीच के सहजीवन को तोडने के लिए विविध षड्यंत्र चलाए, मानव मानव के बीच नफरत पैदा की, आज भी की जा रही है । मानव मानव के बीच का आर्थिक सहजीवन बडी बडी कंपनियोंने तोड दिया और सहजीवन कंपनी और मानव के बीच हो गया ।
वनस्पति और मानव का सहजीवन कुछ हद तक पर्यावरण के नाम से तोडा गया है, जंगलों को सुरक्षित कर मानव से दूर करके ।
मानव और पशुका सहजीवन पाषाण काल से है । सदियों से मानव पशु पालते आए हैं । पशु पर सवारी करना, माल ढोना, खेती काम कराना, दुध दोहना, और खाना । दानव समाजियों को अब ध्यानमे आया है मानव पशु पर क्रुरता करते हैं । उनके लिए कतलखानोंमें पशुको काटना और उसका मास खाना क्रुरता नही है, किसी पशु को डंडे से मारिए तो आप पर पशु क्रुरता का अधिनियम लागू होगा और आप जेल जाएंगे उसी पशु को बोटी बोटी काट कर हाड़मान्स बेच डालिए कानून की दृष्टि से आपको कुछ नहीं होगा क्या PETA उसका कभी विरोध किया हो, आपने सुना नहीं होगा । शायद इसलिए कि वो दानव खूद मास-मटन खाते हैं ।
दानव समाजी लोगोंको मानव अधिकार से अधिक प्राणी अधिकार की फिकर है । बल्कि प्राणी अधिकारके बहाने मानव और प्राणी के बीचका सहजीवन, पाणी और मानव का रिश्ता तोडना चाहते हैं । PETA नाम का एक अमरिकन एनजीओ जीसे दुनिया भर में यहूदी धनमाफियाओं के पिठ्ठु चला रहे हैं, उनके भारतिय पिठ्ठुओं ने भारतकी डेरीयों पर खतरा मंडरा रहा
https://ajaykarmyogi.blogspot.com/2021/06/petavigan-milkday.html?m=1
कल की पोस्ट में सज्जन सात्विक और श्रेष्ठ लोगों के पोषण रक्षण के लिए आपसे हाथ बढ़ाने का एक निवेदन किया था क्योंकि आसुरी शक्तियों का विनाश देवीशक्ति का जागरण से ही संभव है समाज में देवत्व को जगाने और पुष्ट करने में आप भी सहभागी बन सकते हैं सहयोगी बनने के लिए आप कॉल करेंगे तो ही अकाउंट नंबर शेयर किया जायेगा
संपूर्ण जगत में मानव निर्मित व्यवस्था को सुचारु संचालन के लिए दो रास्ते एक धर्म सता एक राजसत्ता आज पूरी दुनिया के हजारों साल की उस राज सत्ता की व्यवस्था करीब-करीब अंतिम सांसे ले रही हैं और धर्म सत्ता पर भी खतरे की घंटी बज रही है हजारों सालों से मूल धर्म सनातन (ब्राहमिक उपासक संस्कृति) को तहस नहस करने का के लिए कई बौद्धिक षड्यंत्र आज के नर पिशाचों (अब्राहमिक) यहूदी इस्लाम और इसाईयों द्वारा चलाये जा रहे हैं
15 September,2020 को US …..
https://ajaykarmyogi1.blogspot.com/2020/09/usa-abraham-accords.html?m=1
इस भारत सहित पूरे विश्व में ब्राहमिक संस्कृति पर कितना बड़ा खतरा मड़रा रहा है पर यह सनातन समाज अपने अहंकार और षड्यंत्र की बूनी जाल में उस कटने वाली मुर्गे की तरह है जो कैद होकर मस्ती के साथ अपना वजन बढ़ाने के लिए दाने चुगने में मस्त है और उस दाना पानी को अहोभाग्य समझ रहा है
अब एक ही समाधान राष्ट्रीय स्वतंत्र गुरुकुल अभियान 7984113987 पर संपर्क और 9336919081 अजय कर्मयोगी
लोहा गर्म है हथोडा उसी समय बजाएं तो बिना अतिरिक्त प्रयास के ही भगवत कृपा से कार्य सिद्ध हो सकता है
जिनके पास एक मिनट भी फुर्सत नहीं थी बात करने की आज वह सब लोग अपने घरों में कैद हैं उनका हाल चाल लेकर उन्हें सांत्वना का मलहम लगाएं और इस समय उन सबका संयोजन करें और एक निश्चित टाइम पर सभी ऐसे लोगों को गौ-गांव गुरुकुल व्यवस्था में सहभागी बनने हेतु एक विशेष गोष्ठी (सार्वजनिक नहीं का) आयोजन करें यदि आपकी एक्चुअल मीटिंग की अनुकूलता नहीं हो रही है केवल एक दो मिटिंग ऑनलाइन वर्चुअल भी कर सकते हैं केवल विषय वस्तु समझने के लिए बस 🙏
जिसका विषय 21वीं सदी में मानव के सामने चुनौतियां और इसका समाधान
हालाकि आप बहुत सारे प्रश्नों के हल स्वयं जानते हैं पर सभी उत्तर स्वयं देने का प्रयास में ना उलझे कुछ प्रश्न हमारे लिए छोड़ दे तो कार्य सिद्धि में काफी बादल छंट जाएंगे और गाय गांव गुरुकुल के लिए रास्ता साफ हो सकता है
मेरी सहभागीता के लिए गोष्ठी के लिए पूर्व निर्धारित समय अवश्य सुनिश्चित करलें जिसे गोष्ठी में मेरा उपस्थिति बन सके नीचे लिंक भेज रहा हूं उस लिंक पर जाकर क्रिएट न्यू मीटिंग पर जाकर मीटिंग id और पासवर्ड लोगों को भेजकर और किस समय मिटिंग होगी उनको फोन कर सूचित करें या google meet भी आपत्ति काल में प्रयोग कर सकते हैं इस तरह से आप अपने लोगों को संयोजन कर एक विशेष बैठक का आयोजन कर अपनी मानवीय संवेदना के साथ राष्ट्रीय चेतना का परिचय दें धंयवाद आभार अजय कर्मयोगी राष्ट्रीय स्वतंत्र गुरुकुल अभियान 7984113987
https://www.saynamaste.in कृपया इधर उधर अपनी उर्जा ना बिखेरें आज चारों तरफ बचाओ बचाओ का करुण क्रंदन सुनाई दे रहा है गाय बचाओ बेटी बचाओ धर्म बचाओ संस्कृति बचाओ जंगल बचाओ आदि आदि पर आप एक केवल ज्ञान को बचाइए सब बच जाएगा अन्यथा आपका सारा पुरुषार्थ नष्ट हो जाएगी हरदिन एक से दो नए गुरुकुलों के प्रस्ताव मिल रहे है और कितने लोग बच्चों को गुरुकुल में प्रवेश हेतु वेटिंग भी कर रहे हैं आप किसी भी संस्था या संगठन से क्यों ना जुड़े हो पर गाय गांव गुरुकुल के लिए आपका एक छोटा सा प्रयास राष्ट्र और समाज की दिशा बदलने में सार्थक परिणाम सुनिश्चित करेगा
आप स्वयं संयोजन का दायित्व राष्ट्र राज्य जिला तहसील ब्लॉक या ग्राम स्तर पर अपनी क्षमता अनुसार चुनें और और आत्मदीपो भव को चरितार्थ करें whatsapp या sms 9336919081 पे करें अजय कर्मयोगी राष्ट्रीय स्वतंत्र गुरुकुल अभियान
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वंदे मातरम जय गोमाता
प्रस्तुति मोहनलाल वर्मा
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