हिंदू विरोधी को हटाने के लिए शिवराज हुआ बाध्य : हिंदू विरोधी मालदार पदों पर बैठकर हिंदुत्व की कब्र खोदते हैं
आचार्य श्री विष्णुगुप्त
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हिंदू विरोधी एक करतूत अभी चर्चा की विषय वस्तु बनी हुई है, इस करतूत की चर्चा मध्यप्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हुई है ,।इस चर्चा के जो निष्कर्ष जीहै वह भी बहुत ही महत्वपूर्ण है और यह स्थापित होता है कि भाजपा के नेता हिंदुओं को सिर्फ मूर्ख बना कर वोट लेते हैं, सत्ता स्थापित करते हैं , फिर हिंदू विरोधियों को ही मालदार पदों पर बैठाकर हिंदुत्व का गला घोट देते हैं। शिवराज सिंह चौहान का यह उदाहरण विषैला है और देश की सनातन संस्कृति को लहूलुहान करने वाला है
शिवराज सिंह चौहान ने अपना ओएसडी तुषार पंचाल नामक एक ऐसे व्यक्ति को बनाया जो न केवल हिंदू विरोधी था बल्कि हिंदुत्व के रक्तरंजित विरोध को भी गति देता था, हिंदुओं की खिल्ली उड़ाता था, कहता था कि हिंदू गाय का मूत्र और गोबर खाने वाले हैं, हिंदुओं की एकता भी उसे पसंद नहीं थी। हिंदुओं को एकजुट होकर वोट देना भी उसे पसंद नहीं था। वह कहता था कि हिंदुओं की एकता देश के लिए खतरनाक है, इससे देश की बहुलता वादी संस्कृति को नुकसान पहुंचता है।
तुषार पंचाल नाम का वह व्यक्ति राजनीतिक वैश्या, रंगबदलू, दलबदलु और गिरगिट रहा है। नरेंद्र मोदी और हिंदुओं के पुनर्जागरण का घोर विरोधी है। तुषार पंचाल कहता था कि जो व्यक्ति अपनी पत्नी को छोड़ दिया है वह व्यक्ति देश कैसे चला सकता है, गुजरात को नरेंद्र मोदी का गुजरात कहने वाले लोग पागल हैं , गुजरात का नरेंद्र मोदी है ना कि मोदी का गुजरात है । मोदी जब केंद्र में प्रधानमंत्री बने तब भी तुषार पंचाल नरेंद्र मोदी की खिलिया उड़ाने से बाज नहीं आता था।
तुषार पंचाल बाबा रामदेव का भी घोर विरोधी रहा है , बाबा रामदेव का गौ माता के प्रति प्रेम गौ संपत्ति का विस्तार उसे अच्छा नहीं लगता था। वह कहता था रामदेव गोबर और मूत्र बेचकर लोगों को बर्बाद कर रहा है ,लोगों में गलत आदतें डाल रहा है ,रामदेव व्यापारी है और रामदेव को पसंद करने वाले लोग हिंसक हैं ,रामदेव के साम्राज्य पर सरकार का डंडा चलना चाहिए। वह कटाक्ष में कहता था कि रामदेव और मोदी गाय के मूत्र से पेट्रोल डीजल बनाएंगे।
ऐसे घोर विरोधी व्यक्ति को किसी भी पद पर नियुक्ति नहीं हो सकती है, कांग्रेस कम्युनिस्ट और क्षेत्रीय दल कभी भी अपने विरोधियों की नियुक्ति सत्ता में महत्वपूर्ण पदों पर नहीं करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि अपने विरोधियों का दमन भी करते हैं और और हिंसक रूप में अपने विरोधियों का अस्तित्व भी जमीन दोज करते हैं पर भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसमें हिंदुत्व के घोर विरोधी भी , हिंदुत्व के रक्तरंजित विरोधी भी रातों-रात सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान कर दिए जाते हैं और ऐसे लोग सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर बैठकर हिंदुत्व का ही कब्र खोद खोदते हैं । यही कारण है कि भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी हिंदू अपमानित होते हैं तिरस्कृत होते हैं ,अपनी जन्मभूमि से भगाए जाते हैं।
भाजपा के अंदर तुषार पंचाल जैसे हिंदुत्व के खूंखार, रक्तरंजित विरोधी की नियुक्ति पर बवंडर उठना चाहिए था , विरोध की धार तेज होनी थी ,शिवराज सिंह चौहान को सबक दिया जाना चाहिए था , शिवराज सिंह चौहान को एहसास कराया जाना चाहिए था पर भाजपा के अंदर तुषार पंचाल का विरोध नहीं हुआ।
भला हो कांग्रेस का। कांग्रेस ने तुषार पंचाल की सभी हिंदू विरोधी करतूतें सामने रख दी और शिवराज सिंह चौहान का कथित हिंदू प्रेम को उजागर कर दिया । कांग्रेस के इस पोल खोल अभियान से घबराकर ही शिवराज सिंह चौहान ने अपने ओएसडी तुषार पंचाल को हटाने का फैसला लिया बल्कि यह कहे कि शिवराज सिंह चौहान बाध्य हुआ तो कोई गलत बात नहीं होगी।
शिवराज सिंह चौहान सरकार ही नहीं बल्कि भाजपा की राज्य सरकारों में एवं केंद्र की मोदी सरकार में सैकड़ों ऐसे लोगों की नियुक्तियां हुई हैं जो घोर हिंदू विरोधी रहे हैं, जो खूंखार हिंदू विरोधी रहे हैं ,जो हिंदुओं को जमींदोज करने के लिए अभियान चलाते थे, भाजपा के राज्य में रातों-रात हिंदू समर्थक हो गए ।अगर इनसे कांग्रेस की पिछली यूपीए सरकार के 10 सालों के कार्यकाल में हिंदू समर्थक होने का प्रमाण मांगा जाए तो फिर इनकी असलियत सामने आ जाएगी।
अब हिंदुओं को आत्ममंथन करना चाहिए और शिवराज सिंह सहित सभी भाजपा सरकारों को अल्टीमेटम देना चाहिए की विभिन्न पदों पर आसीन हिंदू विरोधियों को हटाओ अन्यथा अगले चुनाव में इसकी खामियाजा भी भुगतोगे। घी सीधी उंगली से नहीं बल्कि टेढ़ी उंगली से निकलती है। भय बिन होत न प्रीत।
आचार्य श्री विष्णु गुप्त
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Date 09/06/2021
New Delhi
PAHLI BAT TO YE HAIN KI BHARAT HAMESHA HI ARYA VEDIC HINDU RASHTRA HAIN AUR RAHEGA BHARAT KABHI BHI बहुलता वादी संस्कृति KA DESH NAHI HOGA