दानव लोग सदियों से सहजीवन तोडते आए हैं ।
मानव मानव के बीच के सहजीवन को तोडने के लिए विविध षड्यंत्र चलाए, मानव मानव के बीच नफरत पैदा की, आज भी की जा रही है । मानव मानव के बीच का आर्थिक सहजीवन बडी बडी कंपनियोंने तोड दिया और सहजीवन कंपनी और मानव के बीच हो गया ।
वनस्पति और मानव का सहजीवन कुछ हद तक पर्यावरण के नाम से तोडा गया है, जंगलों को सुरक्षित कर मानव से दूर करके ।
मानव और पशुका सहजीवन पाषाण काल से है । सदियों से मानव पशु पालते आए हैं । पशु पर सवारी करना, माल ढोना, खेती काम कराना, दुध दोहना, और खाना । दानव समाजियों को अब ध्यानमे आया है मानव पशु पर क्रुरता करते हैं । उनके लिए कतलखानोंमें पशुको काटना और उसका मास खाना क्रुरता नही है, किसी पशु को डंडे से मारिए तो आप पर पशु क्रुरता का अधिनियम लागू होगा और आप जेल जाएंगे उसी पशु को बोटी बोटी काट कर हाड़मान्स बेच डालिए कानून की दृष्टि से आपको कुछ नहीं होगा क्या PETA उसका कभी विरोध किया हो, आपने सुना नहीं होगा । शायद इसलिए कि वो दानव खूद मास-मटन खाते हैं ।
दानव समाजी लोगोंको मानव अधिकार से अधिक प्राणी अधिकार की फिकर है । बल्कि प्राणी अधिकारके बहाने मानव और प्राणी के बीचका सहजीवन, पाणी और मानव का रिश्ता तोडना चाहते हैं । PETA नाम का एक अमरिकन एनजीओ जीसे दुनिया भर में यहूदी धनमाफियाओं के पिठ्ठु चला रहे हैं, उनके भारतिय पिठ्ठुओं ने भारतकी डेरीयों पर खतरा मंडरा रहा
https://ajaykarmyogi.blogspot.com/2021/06/petavigan-milkday.html?m=1
कल की पोस्ट में सज्जन सात्विक और श्रेष्ठ लोगों के पोषण रक्षण के लिए आपसे हाथ बढ़ाने का एक निवेदन किया था क्योंकि आसुरी शक्तियों का विनाश देवीशक्ति का जागरण से ही संभव है समाज में देवत्व को जगाने और पुष्ट करने में आप भी सहभागी बन सकते हैं सहयोगी बनने के लिए आप कॉल करेंगे तभी अकाउंट नंबर शेयर किया जायेगा
संपूर्ण जगत में मानव निर्मित व्यवस्था को सुचारु संचालन के लिए दो रास्ते एक धर्म सता एक राजसत्ता आज पूरी दुनिया के हजारों साल की उस राज सत्ता की व्यवस्था करीब-करीब अंतिम सांसे ले रही हैं और धर्म सत्ता पर भी खतरे की घंटी बज रही है हजारों सालों से मूल धर्म सनातन (ब्राहमिक उपासक संस्कृति) को तहस नहस करने का के लिए कई बौद्धिक षड्यंत्र आज के नर पिशाचों (अब्राहमिक) यहूदी इस्लाम और इसाईयों द्वारा चलाये जा रहे हैं
15 September,2020 को US …..
https://ajaykarmyogi1.blogspot.com/2020/09/usa-abraham-accords.html?m=1
इस भारत सहित पूरे विश्व में ब्राहमिक संस्कृति पर कितना बड़ा खतरा मड़रा रहा है पर यह सनातन समाज अपने अहंकार और षड्यंत्र की बूनी जाल में उस कटने वाली मुर्गे की तरह है जो कैद होकर मस्ती के साथ अपना वजन बढ़ाने के लिए दाने चुगने में मस्त है और उस दाना पानी को अहोभाग्य समझ रहा है
अब एक ही समाधान राष्ट्रीय स्वतंत्र गुरुकुल अभियान 7984113987 पर संपर्क और 9336919081
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