इजरायल ने 820 आतंकी ठिकाने तबाह करने के अलावा 163 फुटबॉल मैदान के बराबर हमास का सुरंग भी किया ध्वस्त
इजरायल की सेना ने हमास के आतंकियों द्वारा किए जा रहे हमले के प्रत्युत्तर में और आक्रामक तरीके से पलटवार करना शुरू कर दिया है। इजरायली सेना ने एक 9.3 मील (14.96 किलोमीटर) लंबी सुरंग को ध्वस्त कर दिया, जिसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। इसके लिए फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया। इजरायल ने इसे ‘हमास का आतंकी मेट्रो टनल’ नाम दिया है।
‘इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF)’ ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी है कि इस सुरंग के क्षेत्रफल में 163 फुटबॉल के मैदान आ सकते हैं। या फिर यूँ कहें कि ये इसमें 46 एफिल टॉवर्स आ सकते हैं। इसमें 34 एम्पायर स्टेट बिल्डिंग्स समा सकते हैं। इस सुरंग की लम्बाई में दुनिया की सबसे ऊँची ईमारत बुर्ज खलीफा भी 18 की संख्या में आ सकते हैं। इजरायल ने कहा है कि अब इस 9.3 मील के क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए नहीं किया जा सकेगा। इसे रातोंरात ध्वस्त कर दिया गया।
इजरायल की सेना ने मई 18, 2021 बताया कि लेबनान की तरफ से उसके उत्तरी क्षेत्र की तरफ 6 रॉकेट्स फायर किए गए। हैरानी की बात तो ये है कि इनमें से एक भी रॉकेट इजरायल में नहीं पहुँच पाया और लेबनान में ही गिर गया। लेकिन, इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की और उन रॉकेट्स के स्रोत की तरफ जबरदस्त हमला बोला। IDF ने उत्तरी गाज़ा में हमास के मुख्य ऑपरेशन सेंटर पर भी धावा बोला।
इसी सेंटर से हमास के आंतरिक सुरक्षा बलों को संचालित किया जाता रहा है। इजरायल का कहना है कि ये फिलिस्तीन का ‘आतंकी केंद्र’ है। यहूदी मुल्क ने कहा कि उसने इसे ध्वस्त करने से पहले वहाँ से लोगों को बाहर निकलने के लिए पर्याप्त समय दिया। अब तक 820 से भी अधिक आतंकी केंद्रों पर इजरायल ने हमला किया है। साथ ही 21 बड़े आतंकी सरगनाओं को मार गिराया गया है। इन सबके पीछे हुस्सम अबू हर्बीद का हाथ बताया गया है।
उसने ही इजरायल पर एक हफ्ते पहले पहली बार रॉकेट से हमला किया, जिसके बाद हिंसा शुरू हुई। वो पिछले 15 वर्षों से इजरायल पर हमला करता आ रहा था। वो ‘नॉर्दर्न डिवीजन’ में इस्लामी जिहादी कमांडर के रूप में कार्यरत था। इजरायल ने उसे मार गिराया है। इजरायल का कहना है कि उसने अब तक ‘Operation Guardian of the Walls’ के तहत 130 आतंकियों को मार गिराया है। हमास के 460 रॉकेट्स मिसफायर हो गए। इजरायल की तरफ 3150 रॉकेट्स दागे गए, जिनमें 10 नागरिकों की मौत हो गई।