इनके जन्म दिन मनाने वाले भाजपाई चमचे और दलाल हैं
आचार्य श्री विष्णुगुप्त
आज झारखंड के दो पूर्व मुख्मंत्रियों, यानी रघुवर दास और अर्जुन मुंडा का जन्म दिन है। बीजेपी के लोगो का इन दोनों का जन्म दिन मनाना, इनकी जिहादी करतूत और मिशनरी करतूत को सर्टिफिकेट देना जैसा है। बीजेपी के लिए ये दोनों नेता भस्मासुर साबित हुए हैं, इनकी जिहादी और मिशनरी करतूतों के कारण ही झारखंड में बीजेपी हारी थी।
***** रघुवर दास की जिहादी करतूत देखिए।
रघुवर दास ने रांची में करोड़ों रुपए खर्च कर जिहादियों के लिए आलीशान हज घर बनवाया। रांची के जिस इलाके में हज घर बना है, उस इलाके में विधान सभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ एक वोट मिला था। हेमन्त सोरेन को भी हज घर बनाने की हिम्मत नहीं हुई थी।
****** रघुवर दास सरेआम मुस्लिम छेदा टोपी पहनी थी और रांची के मुस्लिम दरगाह पर जाकर चादर चढ़ाई थी, नमाज पढ़ी थी।
******** विधान सभा चुनाव के दौरान उसने कहा था कि मैंने मुस्लिम छेदा टोपी और मुस्लिम लिबास पहनकर नमाज पढ़ी है, इसलिए मेरी हार नहीं होगी, मेरी सरकार वापस आएगी। नमाज पढ़ने के बाद भी रघुवर दास की बीजेपी सरकार हार गई और खुद रघुवर दास भी विधान सभा का चुनाव हार गया।
******* रिचा भारती जैसी देश भक्त को जेल भेजवा दिया। रिचा भारती हिन्दू वीर है, इसने जिहादियों की पोल खोली थी, हिन्दू धर्म की रक्षा की थी। अदालत ने कुरान बाटने का आदेश दिया था जिससे न स्वीकार कर रिचा भारती ने एक आदर्श कायम किया था और वीरता दिखाई थी।
***** गो रक्षा करने वाले वीरो को रघुवर ने सजा दिलवाई। गाय का मांस बेचने वाले एक हिंसक जिहादी की हत्या हुई थी। रघुवर दास ने स्पेशल कोर्ट गठन कर गो रक्षकों को सजा दिलवाई। स्पेशल कोर्ट का गठन नहीं होता तो फिर राहत मिल सकती थी। आज गो रक्षक जेलो में सड़ रहे हैं। गाय मांस बेचने वाला जिहादी परिवार न केवल अपराध से मुक्त हुआ बल्कि उस पर रघुवर सरकार मदद भी बरशी थी।
******* हिन्दुओं को अपमानित और प्रताड़ित करने वाले अधिकारी और पुलिस रघुवर दास के प्रिय होते थे।
******* रघुवर दास के शासन के दौरान रांची में बीजेपी के प्रदर्शनों पर सरेआम जिहादी हमले होते थे।दंगो में हिन्दुओं को मारा जाता था पर रघुवर दास की वीरता नहीं उठती थी।
******* एक समय में अर्जुन मुंडा साधारण विधायक हुआ करता था। शराब का अप्रत्यक्ष कारोबार और गुंडई के बल पर राजनीति में प्रवेश किया था। जमशेदपुर में इनके कई किस्से है। उस समय अर्जुन मुंडा जेएमएम में हुआ करता था। दल बदला। बीजेपी में आते ही मुख्यमंत्री बन गया। मुख्यमंत्री जब था तब इसने ईसाई मिशनरी को खूब मदद की थी।अभी ईसाई और जिहादी राजनीति आदिवासियों को गैर हिन्दू घोषित करने में लगे हैं। पर अर्जुन मुंडा खामोश रहकर जिहादी और ईसाई मिशनरियों की मदद ही कर रहे हैं। अर्जुन मुंडा एक बार विधान सभा चुनाव हार चुके हैं, खुटी से लोक सभा चुनाव हारते हारते जीते हैं। यही करतूत रही तो अर्जुन मुंडा अगले लोक सभा चुनाव में खुटी से दो लाख वोटो से हारेगा। मेरी बात याद रखना।
******* रघुवर दास और अर्जुन मुंडा का जन्म दिन मनाने वाले और इन्हे बधाई देने वाले बीजेपी के लोग चमचे बेलचे और दलाल मानसिकता के वाहक है। बीजेपी आज दलालों और चमचों की पार्टी बन कर रह गई है। बीजेपी को सत्ता से बाहर करने वाले रघुवर दास और अर्जुन मुंडा जैसे का जन्म दिन मनाना अस्वीकार है।
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।