राहुल गांधी : चार राज्यों में की जमकर जनसभा, अब बंगाल में हार होती देख नहीं करेंगे कोई चुनावी रैली
नेता जनता को कितना पागल समझते हैं, देश फैले कोरोना के दौरान चुनावी रैलियों से पता चल रहा है। ऊपर से बंगाल को छोड़ अन्य चार राज्यों में खूब प्रचार कर कोरोना का बहाना कर राहुल गाँधी ने बंगाल की रैलियां स्थागित कर दी। स्थागित करने का कारण भी है, क्योकि वहां असली लड़ाई तृणमूल और भाजपा के बीच है। बाकि किसी अन्य पार्टी का क्या और किस तरह प्रचार हो रहा है, कोई मीडिया नहीं दिखा रहा। यही हाल दिल्ली के मुख्यमंत्री का है, जो अपनी नाकामियों को छुपाकर केंद्र को दोषी ठहराने का कोई अवसर नहीं चूकते, उन्हें मालूम है कि मुफ्त की रेवड़ियों के सहारे सत्ता ले लूंगा और केंद्र से मिले भिन्न-भिन्न मदों के लिए मिले धन का अधिकांश भाग अपने विज्ञापन पर खर्च करता रहूँगा। कोई निर्भीक अथवा खोजी पत्रकार नहीं विश्लेषण नहीं करता, क्योकि उन्हें भी विज्ञापन के माध्यम से धन मिल रहा है। नेता जनता की समस्याओं के प्रति कितने सजग है, निम्न वीडियो देखिए। इसे कहते हैं निडर बेबाक पत्रकारिता।
सभी चुनावी राज्यों में रैलियों को संबोधित करने के बाद राहुल गाँधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह घोषणा की कि अब वह पश्चिम बंगाल में किसी भी चुनाव रैली में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से इसकी जानकारी दी।
राहुल गाँधी ने कोविड-19 की खराब होती परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि वह अब पश्चिम बंगाल में बचे तीन चरण के चुनाव में होने वाली अपनी सभी रैलियों को रद्द करते हैं। उन्होंने बाकी नेताओं से भी चुनावी रैलियों पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है।
यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि अपनी बहन प्रियंका गाँधी वाड्रा के साथ राहुल ने कई राज्यों में कई चुनाव रैली की हैं जबकि कोरोनावायरस का संक्रमण तब भी बढ़ ही रहा था।
4 अप्रैल को 2021 को राहुल गाँधी ने केरल में एक चुनाव रैली को संबोधित किया था। केरल सर्वाधिक संक्रमित मरीजों की संख्या में भारत में दूसरे स्थान पर है। 4 अप्रैल को केरल में 11 लाख से अधिक कुल संक्रमित मरीज और 28,000 सक्रिय मरीज थे। उसके बाद केरल में 18 अप्रैल को सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 80,000 हो गई।
तमिलनाडु में भी 28 मार्च 2021 को राहुल गाँधी की एक बड़ी जनसभा हुई। उस समय तमिलनाडु में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 13,070 थी। आज तमिलनाडु में सक्रिय मरीजों की संख्या लगभग 65,000 है।
इस वीडियो में प्रियंका गाँधी वाड्रा को असम से बिदाई देने के लिए कॉन्ग्रेस द्वारा जुटाई गई लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है।
असम, तमिलनाडु, केरल और केंद्र शासित प्रदेश पुडुच्चेरी में चुनाव संपन्न हो चुके हैं।
पश्चिम बंगाल में कॉन्ग्रेस, लेफ्ट पार्टियों के साथ गठबंधन में है लेकिन उनके सरकार बनाने की संभावनाएँ न के बराबर हैं। आशंका तो यह भी व्यक्त की जा रही है कि कॉन्ग्रेस और उसके गठबंधन को 2016 के चुनावों से भी कम सीटें प्राप्त होंगी।