मुन्ना बजरंगी जी की हत्या उत्तराखंड के हिन्दुओं के लिए एक चेतावनी हैऔर खतरे की घंटी है। उत्तराखंड के हिन्दू अभी भी जागरूक नहीं है। कुछ उत्तराखंड के राज्य आंदोलनकारी जिहादियों की मददगार बने हुए। जिहादियों को सरक्षण दे रहे हैं। उत्तराखंड के सनातन धर्म संस्कृति के हर विरासत की जगह पर जिहादियों का कब्जा हो गया है। बद्रीनाथ धाम से लेकर हर जगह जिहादियों के मजार आदि का कब्जा हो गया है। उत्तराखंड की लड़कियों को लव जिहाद में फसा कर जानवरो की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। ………… कमलेश तिवारी से लेकर मुन्न बजरंगी तक दर्जनों हिन्दू वीरों को जिहादियों ने बेरहमी से मार डाला । राजनीति और मीडिया खामोश बनी रही। भाजपा की सरकार सिर्फ तमाशबीन साबित हो रही है। ………… हिन्दुओं को माफ करना मुन्ना बजरंगी जी, हिन्दू कभी भी अपने धर्म और समाज की रक्षा के लिए नहीं लड सकता और न हिंदुत्व के लिए लड़ने वाले वीरों का सम्मान कर सकता है। आपके बलिदान के बाद भी जिहादियों का कुछ होने जाने वाला नहीं है, आपकी हत्या पर लीपापोती होगी, दोगले हिन्दू, दोगली राजनीति और मुस्लिम परस्त मीडिया जिहादियों को बचाने के लिए आगे आ जाएंगे, आपकी वीरता और बलिदान को भी दागदार करने का प्रयास किया जाएगा। ………… मुन्ना बजरंगी जी…. मैं आपको नमन करता हूं, श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
*आचार्य श्री विष्णु गुप्त*