मोदी भक्त अथवा मोदी विरोधी होना कोई गुनाह नहीं है, लेकिन उसका आधार होना चाहिए आधारहीन नहीं। परन्तु मोदी विरोधी मोदी नाम से ही इतना भवभीत होने के कारण विरोध में मुख्य मुद्दे भूल गए हैं। विरोधी केवल उन्हीं मुद्दों को लेकर मोदी विरोध कर रहे हैं, जिनका इन विरोधियों ने अपने घोषणा-पत्रों में उल्लेख कर रखा है।
आधारहीन विरोध केवल कुछ क्षणों के लिए मोदी विरोध के साथ जनता खड़ी हो सकती हैं, लेकिन चुनाव तक नहीं। यदि विरोध का यही हाल रहा है, आने वाले कुछ समय में देश में किसी सदन में विपक्ष अपना अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। यह आरोप नहीं कटु सत्य है। परन्तु मोदी विरोधियों को तुष्टिकरण और देश-विरोधियों की रहनुमायी करने से ही फुर्सत नहीं।
कांग्रेस समर्थित यूपीए ने अपने 10 वर्षों में इस्लामिक आतंकवादियों को संरक्षण देने “हिन्दू आतंकवाद” और “भगवा आतंकवाद” का शोर मचाकर हिन्दू को कलंकित कर उस पाकिस्तान का हौवा बनाकर भारतीयों को डरा रखा था, आज दृढ़ इच्छाशक्ति ने उसी पाकिस्तान को विश्व में बेनकाब कर भीगी बिल्ली बना दिया। ज्ञात हो, जब इंदिरा गाँधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश बनवाया था, तब तत्कालीन विपक्ष नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने लोकसभा में इंदिरा को “दुर्गा” बोल सरकार का साथ दिया था, लेकिन आज वही कांग्रेस और अन्य मोदी विरोधी सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सबूत मांगते वही बोली बोल रहे थे, जो पाकिस्तान बोल रहा था और अब किसान आंदोलन को भी असली मुद्दों से भटका दिया।
दिल्ली हिंसा और किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार दिशा रवि को 5 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दिशा रवि पर आरोप है कि उन्होंने टूलकिट में एडिट कर कुछ चीजें जोड़ी और फॉरवर्ड कर दिया। ग्रेटा थनबर्ग के इस टूलकिट के शेयर करने पर दिशा रवि ने ही उसे बताया था कि टूलकिट सार्वजनिक हो गया है। जिसे बाद में ग्रेटा ने डिलीट कर दिया और फिर इसका एडिटेड वर्जन शेयर किया था। अब प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने दिशा रवि की गिरफ्तारी का विरोध किया है। इसे लेकर यूजर्स ने सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी वाड्रा की क्लास लगा दी है।