चीन के इस कुक्रांति के बारे में आपने कुछ न कुछ अवश्य सुना होगा। वहां मैं पोल्ट्री फार्म की तरहा १२ से १४ साल की बच्चियों को खरीद कर बेबी फार्म खोले जा रहे है , लोग लडकिया पैदा करके १२ साल की होते है बेबी फार्म को बेच देते है २ से ३ लाख में.
फिर इसके बाद आती है बेबी शूप की , तो उसके लिए जिस आदमी को बेबी सूप पीना है वो बेबी फार्म मैं आता है और बच्ची पसंद करके उसको गर्भवती करता है , ३ से ४ महीने बाद बच्ची के पेट मैं पल रहे बच्चे को निकल लिया जाता है , उसके बाद उस आदमी को बुला कर पुछा जाता है की ख़ाली सूप ही पियोगे या इसके पकोड़े भी खाओगे , अगर आदमी सिर्फ सूप कहता है तो उसको सूप दे दिया जाता है, जो बचा हूवा मॉल होता है उसको फ्रीज़ मैं रख दिया जाता है , फिर अगले दिन वो खुद घर मैं उसको सौदे के साथ पकाकर दो टिमा टर डालकर और निम्बू डालकर सूप तैयार करके पीता है। इस तरह जब तक बच्चा सूप के साथ मिक्स होकर पेट मैं नहीं चला जाता उसका सूप बनता है। मतलब १० से लेकर ३० खुराक बन जाती है.
अब उस बेबी फार्म मैं जब बच्ची बच्चे देने लायक नहीं रहती तो उसको नेपालियों से शादी कराकर भारत भेज दी जाती है ,
अगर उसको कोई ख़रीदता नहीं तो उसके पकोड़े बना लिए जाते है ,
चीन के लोग बच्ची पैदा करके बेबी फार्म की तरफ आकर्षित हो रहे है ,. बस11 महीने इंतजार करना होता है । चीन की नई क्रांति नर और भूर्ण भक्षण। इंसान बना हैवान।
स्रोत- फेसबुक