नई दिल्ल्ाी। देश की जनता का मोदी सरकार से मोह भंग हो रहा है। बिजली की किल्लत झेल रही जनता सड़कों पर उतर कर चक्का जाम मचा रही है। दिल्ली के वीआईपी इलाकों में तो बिजली है मगर ग्रामीण इलाकों में जनता भारी बिजली की किल्लत झेल रही है। सिर्फ बिजली एक-दो घंटा नही कट रहा है बल्कि पूरी की पूरी रात पूरे के पूरे दिन बिजली नही मिल रही है। उत्तम नगर के संजय इंक्लेव में तो पूरी पूरी की पूरी रात बिजली गुल रहती है। यहां के स्थानिय विधायक पवन शर्मा का कुछ पता ही नही चल रहा है।
उत्तम नगर के निवासी आलोक दूबे का कहना है कि छात्रों के परीक्षा के दिन में दो-दो दिन बिजली नही है जिससे वे कैसे पढ़ेंगे ऐसे में बच्चों का पूरा का पूरा साल बर्बाद हो सकता है। महिलाओं को देखें तो घर में महिलाओं को खाना बनाने आदि में महिलाओं को रसोई संभालना मुश्किल हो जा रहा है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को जिन्हें राजनीति से कोई लेना-देना नही उनको ये बिजली की मार ने अपने चपेट में ले लिया है। नौकरी पेशा करने वाले लोग रात-रात भर चक्का जाम आंदोलन में लगे रहते हैं सुबह फिर नौकरी पर जाते हैं। बिजली दफ्तर के अधिकारी और कर्मचारी दफ्तर में ताले लगाकर पीछे के रास्ते से भाग जाते हैं ऐसे में जनता क्या करे। ऐसे में जनता मोदी को जिताकर संसद में भेजा है उसे कोस रही है। जनता सीधे तौर पर इसके लिये भाजपा को जिम्मेदार मान रही है उसे ऐसा लग रहा है कि उसने मोदी को वोट देकर बहुत बड़ी गलती कर दी है। इससे अच्छी सरकार तो केजरीवाल की थी कि कम से कम जनता को बिजली और पानी तो मिल रहा था। जनता को मोदी सरकार से मोह भंग हो रहा है। जनता का कहना है कि हमें नही लगता मोदी पांच साल में हमारी हालत सुधार पायेंगे। जनता को लग रहा है कि हमने अपना वोट मोदी को देकर खराब कर दिया है। आम जनता को मतलब होता है बिजली, पानी, मंहगाई से मगर मोदी सरकार इन तीनों में विफल नजर आ रही है।