आइए जानें – अपने सन्तानों के भविष्य की आवश्यकताओं के बारे में- क्या करें , क्या ना करें

कमलेश पांडेय

पीपीएफ यानी कि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, विभिन्न कारणों से आजकल निवेश हेतु सबसे अच्छी योजना है। यह एक 15 वर्षीय योजना है जहां आप अपने बच्चे की शिक्षा-दीक्षा के लिए एक बड़े कोष का निर्माण अल्प बचत से ही कर सकते है।

अमूमन बच्चे देश के भविष्य होते हैं। जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, उनकी जरूरतें बढ़ती जाती हैं। इन्हें समय-समय पर पूरा करना ही सफल माता-पिता का फर्ज बनता है। लिहाजा, किसी भी माता-पिता को उनके भावी जीवन के बारे में अच्छी तरह से योजनाएं बनानी चाहिए। उन्हें अपनी आर्थिक हैसियत के मुताबिक और प्रतिभाशाली बच्चों के लिए उससे बढ़कर भी, समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ना चाहिए।

इसके लिए आवश्यक है कि आप उनकी सही परवरिश, शिक्षा-दीक्षा और समृद्ध आर्थिक जीवन की प्राथमिकताओं को सिलसिलेवार ढंग से तय कीजिए। उसके लिए कुछ ऐसी आर्थिक योजनाएं बनाइए, जिससे कम लेकिन नियमित निवेश से भी उसका भावी जीवन समृद्ध और खुशहाल हो सके। इससे आपका राष्ट्र भी खुद ब खुद खुशहाल हो जाएगा।

इस बात में कोई दो राय नहीं कि किसी भी परिवार का भविष्य उनके बच्चों के मजबूत कंधों पर ही निर्भर करता है। शायद इसलिए सरकार भी विशेष रूप से बाल निवेश बचत योजनाएं आदि चलाती हैं ताकि उसके माता-पिता बचत हेतु प्रोत्साहित हो सकें और वित्तीय तौर पर लाभान्वित भी हों। कभी-कभार सरकार यदि अपने उद्देश्य में पिछड़ भी जाए तो बुद्धिमान माता-पिता उपलब्ध योजनाओं में से जो सबसे अधिक फायदेमंद होता है, उसी में अपने बच्चों के खातिर निवेश करते हैं।

ऐसा इसलिए कि ये बच्चे ही अपने-अपने घर-परिवार की अंतिम उम्मीद होते हैं। उनकी सफलता-विफलता ही परिवार की पहचान बनती है। इसलिए उनकी भावी जरूरतों के मद्देनजर किया जाने वाला कोई भी निवेश दूरदर्शिता भरा कदम होता है, क्योंकि परोक्ष रूप से इससे देश का भविष्य भी समृद्ध और सुरक्षित होता है।

आमतौर पर कई माता-पिता अब अपने बच्चों के लिए बीमा कंपनियों, विभिन्न फंड हाउसेस द्वारा दी जाने वाली यूनिट लिंक्ड बीमा योजनाओं समेत विभिन्न बचत योजनाओं में खास रूचि लेते हैं। ऐसा इसलिए कि ये योजनाएं एक तरह की सुरक्षा देने के साथ-साथ बच्चों की उच्च शिक्षा, पेशेवर हुनर और अन्य आवश्यकताओं के लिए कुछ मददगार साबित होती हैं।

यह बात अलग है कि इनसे मिलने वाला मुनाफा औसतन प्रायः कम ही होता है, लेकिन होता है। वास्तव में, यदि आप इन योजनाओं के अनुसार अपने बच्चे पर होने वाले खर्चों को कम करते हैं तो आम तौर पर इनमें मुनाफा भी कम होता जाता है। इसलिए आप नीचे दिए हुए कुछ बेहद लाभकारी बाल निवेश बचत योजना और अन्य लाभकारी बचत योजनाओं पर गौर फरमाइए:-

पीपीएफ यानी कि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, विभिन्न कारणों से आजकल निवेश हेतु सबसे अच्छी योजना है। यह एक 15 वर्षीय योजना है जहां आप अपने बच्चे की शिक्षा-दीक्षा के लिए एक बड़े कोष का निर्माण अल्प बचत से ही कर सकते है। इसका मुख्य आकर्षण 8.1 प्रतिशत की मौजूदा ब्याज दर है जो बैंकों द्वारा दी जाने वाली 7 प्रतिशत की ब्याज दर से अपेक्षाकृत कहीं ज्यादा हैं। यही नहीं, इसमें निवेशकों द्वारा अर्जित ब्याज पूर्ण रूप से कर मुक्त है। साथ ही, आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत इसमें निवेश करने वाले को आयकर में 1.5 लाख रुपए तक की छूट मिलती है। यही वजह है कि कुल मिलाकर यह एक बहुत ही आकर्षक निवेश योजना है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपने बच्चे के लिए कोष निर्माण कर सकता है। निःसन्देह यह एक सर्वोत्तम तरीका है जिस पर अमल करने की दरकार हर जागरूक व्यक्ति के लिए है।

लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए और उनकी उच्च शिक्षा अथवा शादी की जरूरतों हेतु कोष निर्माण करने के लिए सुकन्या समृद्धि खाता को एक बेहतरीन विकल्प समझा जाता है। क्योंकि पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) की तरह ही यह आकर्षक योजना भी 8.1 फीसदी की ब्याज दर के साथ पूर्ण रूप से कर मुक्त है। इस योजना में भी आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कर लाभ प्रदान किया गया है। लेकिन, गौर करने योग्य बात यह है कि यह योजना केवल लड़कियों के लिए ही है। इसलिए यदि आप अपनी बेटी की शादी या उसकी उच्च शिक्षा के लिए बचत करना चाहते हैं तो इस योजना से अधिक आकर्षक विकल्प अभी बैंकिंग व्यवस्था में उपलब्ध नहीं है। अतः इसका लाभ उठाइए और अपनी बच्ची को आत्मनिर्भर बनाइए।

यदि आप अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं तो भौतिक सोने के माध्यम से कदापि न करें। क्योंकि इससे अच्छा विकल्प गोल्ड ईटीएफ सेविंग होगा। खास बात यह कि इसमें किसी तरह का कोई लॉकर या अन्य भंडारण शुल्क नहीं लिया जाता है। इसके अतिरिक्त, आप इलेक्ट्रॉनिक रूप में भी इसमें निवेश कर सकते हैं जहां चोरी आदि की कोई चिंता नहीं रहती है। यही नहीं, आप प्रत्येक महीने छोटी मात्रा में भी निवेश कर सकते हैं जिससे धीरे-धीरे आप एक बड़ा कोष भी जमा कर सकते हैं। आपको यह मानकर चलना होगा कि सोना लंबी अवधि में अन्य परिसंपत्ति वर्गों की तुलना में ज्यादा बेहतर लाभ देता है। आम तौर पर 10-15 साल की अवधि में सोने से बेहतर लाभ कमाया जा सकता है। हालांकि इस निवेश का एक नुकसान यह भी है कि बेचते समय आपको पूंजीगत अर्जित लाभ पर कर का भी भुगतान करना होगा, जो कि अनिवार्य है। फिर भी, यह एक संतोषजनक निवेश विकल्प समझा जाता है।

अपने बच्चों की भावी जरूरतों को पूरा करने के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड एक और समीचीन विकल्प है, जहां पर आप अपने न्यूनतम निवेश से भी अच्छा पैसा बना सकते हैं। दरअसल, ये म्यूचुअल फंड लंबी अवधि में मिलने वाले मुनाफे के मामले में अपनी उपयोगिता पहले भी सिद्ध कर चुके हैं और आगे भी किसी को नाउम्मीद नहीं होने देंगे, ऐसी आशा है। देखा गया है कि कई इक्विटी म्युचुअल फंड बैंक में जमा राशि से प्राप्त होने वाले लाभ से कहीं अधिक मुनाफा देते हैं। इसलिए यदि आप एक लंबी अवधि के निवेशक हैं तो बेशक इनसे आपको अलग तरह का ही लाभ मिलेगा। यदि आप अपने बच्चों की शिक्षा या ऐसी अन्य योजनाओं में भी बचत करना चाहते हैं तो यह सबसे सफल और कारगर उपाय है जिसका कोई भी लाभ उठा सकता है।

आम तौर पर देखा जाता है कि कुछ ऋण म्यूचुअल फंड बैंक में जमा राशि की तुलना में ज्यादा लाभ देते हैं। इसके अलावा, ये म्यूचुअल फण्ड कर लाभ भी देते हैं जो उन्हें बैंक में जमा राशि की तुलना में आकर्षक और बेहतर विकल्प बनाता है। यह बात दीगर है कि अगर आप अपने बच्चे के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं तो किसी भी विकल्प का सुरक्षित होना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि ऐसा विकल्प तभी चुनें, जब आप एक लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं। क्योंकि इनमें बेहतर मुनाफा प्रायः एक लम्बी अवधि के बाद ही मिलता है। इसलिए इन योजनाओं में निवेश करने से पहले आपको किसी सफल पेशेवर व्यक्ति से सलाह कर लेनी चाहिए, क्योंकि ये निवेश थोड़ा जोख़िम भरा भी हो सकता है।

अमूमन बैंक में जमा राशि आपकी किसी भी निवेश योजना का अंतिम दांव होना चाहिए, क्योंकि यह विकल्प सबसे कम ब्याज दर देता है। जैसे, यदि आप फिलवक्त इसमें निवेश करते हैं तो अगले दस वर्षों तक आपको केवल सात फीसदी की दर से ही ब्याज मिलेगा। इसके अतिरिक्त, एक बार यदि आप इसमें निवेश कर देते हैं और ब्याज दरों में वृद्धि हो जाती है तो जब भी आप बीच की अवधि में इस रकम को निकालकर दूसरी जगह जमा करेंगे जहां ब्याज दर ज्यादा है, तो इसमें आपका काफी नुकसान हो सकता है। ऐसा इसलिए कि बैंकों से पूर्व परिपक्व राशि निकालने पर भी कुछ भुगतान करना होता है। गौरतलब है कि वहां अपनी जमा राशि पर आपको कर भुगतान करना होगा और यदि आप पहले से ही कर अदा कर रहे हैं तो यह आपका कर दायित्व कम कर सकता है। इसलिए सोच-विचार के अपने आर्थिक फैसले करें।

साफ तौर पर देखा जाए तो बच्चों के लिए सबसे बेस्ट सेविंग प्लान पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजनाएं हैं। क्योंकि ये न केवल अच्छा ब्याज देते हैं बल्कि इनसे मिलने वाला मुनाफा भी कर मुक्त होता है। चूंकि सुकन्या समृद्धि योजना लड़कियों के लिए है, इसलिए आप पीपीएफ योजना के सहारे अपने लड़के के भविष्य के लिए कुछ अतिरिक्त धन जुटा सकते हैं। ऐसा यदि आप नियमित और चरणबद्ध रूप से करेंगे तो आपके बच्चों का भविष्य बेहतर होगा जिससे आपको यश मिलेगा और हर तरह के वैभव की प्राप्ति होगी। इससे आपका अभिभावक बनना भी सफल समझा जाएगा।

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