भारत में मोदी सरकार द्वारा आतंकवादियों पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक करने पर बेशर्म विपक्ष सबूत मांगता है। लेकिन मोदी की राह चलते आतंकवादियों पर विमान से मिसाइलें दाग 50+ आतंकवादियों को हूरों के पास पहुँचाने पर किसी विपक्ष ने सरकार शंका नहीं की, कंधे से कन्धा मिलाकर सरकार के साथ खड़ा है, लेकिन भारत में मोदी विरोधी अपनी कुर्सी की खातिर सरकार का विरोध करते हैं। जिस दिन विपक्ष आतंकवाद के मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ा हो जाएगा, भारत के किसी भी कोने में कोई आतंकवादी नहीं रहेगा।
अलकायदा के आतंकियों पर फ्रांस ने तगड़ा प्रहार किया है। फ्रांस की वायुसेना ने अफ्रीकी देश माली में सक्रिय अलकायदा के आतंकवादियों पर जोरदार हवाई हमला बोला है। फ्रांस एयरफोर्स ने माली में बुरकिनो फासो और नाइजर की सीमा के पास एक एयर स्ट्राइक की, जिसमें कम से कम अलकायदा के 50 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। फ्रांस ने यह हमला सोमवार (नवंबर 2, 2020) को किया। फ्रांस ने यह हमला मिराज फाइटर जेट और ड्रोन्स के जरिए किया।
फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने माली की सरकार से मुलाकात के बाद कहा कि 30 अक्टूबर को माली में फ्रेंच एयरफोर्स ने एक आक्रामक कार्रवाई की, जिसमें 50 जिहादी मारे गए। इस दौरान बड़ी संख्या में हथियार भी बरामद किए गए। इस इलाके में माली की सरकार इस्लामिक आतंकवादियों का सामना कर रही है। फ्रांसीसी रक्षामंत्री ने कहा कि 30 बाइक भी हवाई हमले में नष्ट हो गई है।
मिसाइलौं से आतंकवादियों पर हमला
उन्होंने बताया कि यह हमला उस समय किया गया, जब ड्रोन ने पता लगाया कि बड़ी संख्या में मोटरसाइकल पर सवार लोग तीनों देशों की सीमा पर मौजूद हैं। इसके बाद ये जिहादी पेड़ों के नीचे छिप गए और निगरानी से बचने का प्रयास करने लगे। इसके बाद फ्रांसीसी वायुसेना ने अपने दो मिराज फाइटर जेट और ड्रोन विमान वहाँ भेजे। इन विमानों ने आतंकवादियों पर मिसाइलें दागीं, जिससे उनका सफाया हो गया।
सेना के प्रवक्ता कर्नल फ्रेडरिक बार्बी ने कहा कि 4 आतंकवादियों को पकड़ा गया है। उनके पास से विस्फोटक और सूइसाइड जैकेट बरामद की गई है। उन्होंने कहा कि यह जिहादियों का समूह सेना के एक अड्डे पर हमले की तैयारी में था। बार्बी ने कहा कि इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के साथ ग्रेटर सहारा इलाके में एक मुठभेड़ चल रही है। इसमें करीब 3 हजार सैनिक शामिल हैं।
फ्रांसीसी वायुसेना ने जिस इलाके में हमला किया, वो इस्लामिक आतंकियों के कब्जे में था। हमला करने से पहले ड्रोन के जरिए पूरे हालात की जानकारी ली गई। आतंकी बड़ी संख्या में मोटरसाइकलों पर सवार होकर तीन देशों की सीमाओं पर थे। यह जानकारी पुख्ता होने के बाद फ्रांस ने अपने दो मिराज फाइटर जेट भेजे और आतंकियों पर मिसाइल से हमला किया।
फ्रांस सरकार की ओर से नवम्बर 2 को जारी बयान के मुताबिक आतंकवाद के खिलाफ लगातार उनका ऑपरेशन जारी है। मौजूदा वक्त में सेंट्रल माली में अलकायदा आतंकियों की गतिविधियाँ बढ़ गई थीं। जिस वजह से माली सेना की मदद को फ्रांस आगे आया और एयर स्ट्राइक की।
मुस्लिम देशों के निशाने पर फ्रांस
दरअसल कुछ दिन पहले एक शिक्षक ने क्लास में बच्चों को विवादित कार्टून दिखाया। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस्लामिक कट्टरपंथ पर निशाना साधा। साथ ही कहा कि वो अभिव्यक्ति की आजादी पर बैन नहीं लगाएँगे, जिसको जो कार्टून बनाना हो बनाए या जो मन में है वो बोले। इससे इस्लामिक देश फ्रांस पर भड़क गए और दुनिया भर में उसके खिलाफ प्रदर्शन हुआ।। हालांकि इस दौरान भी भारत फ्रांस के साथ खड़ा दिखा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकी हमलों की निंदा की थी।
इसके बाद फ्रांस के एविगनन (Avignon) शहर में एक व्यक्ति ने अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए धारदार हथियार से पुलिसकर्मियों के एक समूह पर हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस वालों ने उस व्यक्ति पर जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई जिसमें उस व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले नीस शहर के चर्च में 1 महिला समेत 3 लोगों की गला काट कर हत्या।