गुरुकुल मुर्शदपुर में आर्य प्रतिनिधि सभा गौतमबुद्ध नगर की ओर से गायत्री महायज्ञ का हुआ शुभारंभ : यज्ञ प्रेमी संसार बनाना आर्य समाज का प्रमुख उद्देश्य : यज्ञ से होता है कोरोना बीमारियों का भी उपचार : स्वामी चित्तेश्वरानंद जी महाराज

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आनंद ग्रेटर नोएडा। ( अजय आर्य ) आर्य प्रतिनिधि सभा गौतम बुध नगर के तत्वावधान में आयोजित हो रहे कोरोना निवारक गायत्री महायज्ञ अनुष्ठान का शुभारंभ ओ३म ध्वज ध्वजारोहण के साथ दिनांक 22 अक्टूबर प्रातः 8:00 बजे विधिवत किया गया| ध्वजारोहण आर्य जगत के प्रसिद्ध सन्यासी पूज्य स्वामी चित्तेश्वरानंद जी महाराज द्वारा किया गया| कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रामेश्वर सरपंच जी ने हमें बताया कि महर्षि दयानंद द्वारा बताए गए संस्कार विधि ग्रंथ में यज्ञशाला यज्ञ वेदी संबंधी निर्देशों के अनुसार सुंदर यज्ञशाला का निर्माण गुरुकुल परिसर में ही कराया गया है|


उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के निवारण हेतु कराए जा रहे इस भव्य अनुष्ठान में शरद ऋतु के अनुसार रोग नाशक जड़ी बूटी मेवा से युक्त हवन सामग्री जो 10 कुंतल तैयार की गई हैं। साथ ही 5 कुंतल शुद्ध गाय के घी का प्रबंध किया गया है। आर्य प्रतिनिधि सभा गौतम बुध नगर ने इस महायज्ञ में हवन सामग्री व घी आदि की शुद्धता प्रभावशीलता पर विशेष बल दिया है| कोरोना निवारक गायत्री महायज्ञ का यह अनुष्ठान 21 दिन तक सतत चलेगा। इस अनुष्ठान का आयोजन गुरुकुल मुरशदपुर ग्रेटर नोएडा में किया जा रहा है, जो आर्य जगत की वैदिक गुरुकुल शिक्षा पद्धति से शिक्षा देने वाली उभरती हुई संस्था है।
संस्था के विषय में जानकारी देते हुए आर्य जगत के विद्वान और इस यज्ञ के ब्रह्मा देव मुनि जी महाराज ने बताया कि इस संस्था में महर्षि दयानंद के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया है । जिसमें अनेकों विद्यार्थी शिक्षा के माध्यम से वैदिक संस्कृति का प्रचार प्रसार करने हेतु तैयार किए जा रहे हैं। जो ऋषि दयानंद के सपनों का भारत बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है|
देव मुनि जी ने बताया कि गुरुकुल की स्थापना वर्ष 2012 में बड़ी धूमधाम से की गई थी। गुरुकुल मुर्शदपुर एक एकड़ भूमि में स्थापित है। गुरुकुल के लिए भूमि पास के ही गांव मुर्शदपुर के निवासी स्वर्गीय चिम्मन आर्य के पुत्रों ने अपनी पिता की स्मृति में भूमि दान किया था ।. वर्तमान में गुरुकुल में 18 ब्रह्मचारी अध्यनरत हैं। एक मुख्य आचार्य दुष्यंत जी सह आचार्य विवेकानंद जी है। गुरुकुल में गिरीश मुनि जी वानप्रस्थ भी साधना करते हैं। जिनका मार्गदर्शन ब्रह्मचारी आचार्य को मिलता है।
गुरुकुल में आयोजित कोरोना निवारक गायत्री कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए आर्य सागर खारी ने बताया कि महायज्ञ में 21 दिन लगभग 30 गांवों के 42 गृहस्थ दंपत्ति को यजमान बनाया गया है। प्रत्येक दिन का कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सत्र में शंका समाधान आमंत्रित विद्वानों अतिथियों सन्यासियों का यथा योग्य सम्मान किया जाएगा| शिक्षाविदों सामाजिक कार्यकर्ताओं पत्रकार वर्ग गौ सेवकों का भी सम्मान किया जाएगा|
कोरोना काल में नागरिक सेवा करने वाले नागरिक संगठनों को भी सम्मानित किया जाएगा| कार्यक्रम में स्थानीय सांसद जनप्रतिनिधि आर्य जगत के प्रसिद्ध दानवीर भामाशाह ठाकुर विक्रम सिंह राष्ट्र निर्माण पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व आईपीएस आनंद कुमार प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता यज्ञ प्रेमी पाले राम गुर्जर सहित नोएडा ग्रेटर नोएडा की प्रमुख त्यागी दानी परोपकारी हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा| कोरोना निवारक गायत्री महायज्ञ के ब्रह्मा देव मुनि जी पल्ला हैं तथा कार्यक्रम के संयोजक संगठन शिल्पी वयोवृद्ध रामेश्वर सरपंच और कार्यक्रम के अध्यक्ष नरपत सिंह नवादा हैं| गुरुकुल के अध्यक्ष अजय पाल आर्य जी व मंत्री राजेंद्र आर्य जी हैं। इसी के साथ ही जनपद गौतम बुध नगर के अनेक गणमान्य जन गुरुकुल की ट्रस्ट व कार्यकारिणी में शामिल है|
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए परम पूज्य स्वामी चित्तेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि वैदिक संस्कृति के माध्यम से ही संसार का कल्याण संभव है। क्योंकि वैदिक संस्कृति मानवतावाद की पोषक है जो प्रत्येक प्राणी के जीवन का सम्मान करना जानती है। उन्होंने कहा कि आज कोरोना संकट केवल व्यक्ति की अहमकेंद्रिता के कारण फैला है। यदि मनुष्य यज्ञ से जुड़ा हुआ रहे और सारे संसार में यज्ञ को नित्य प्रति किया जाने लगे तो कोरोना बीमारी के फैलने का कोई है नहीं रहेगा।

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