अहमदाबाद। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने देश के युवाओं से अगले 50 वर्षो तक देवी- देवताओं को भूल कर भारत माता की सेवा का आह्वान किया है। भागवत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में किसी नेता के पास इच्छाशक्ति नहीं है। धन, बजट, व्यवस्था,प्रशासनिक अमला होते हुए भी वह काम करते नजर नहीं आती, क्योंकि उसके पास ना नीति है ना ही काम करने की नीयत।
स्वयं सेवकों के दो दिवसीय सम्मेलन में शिरकत के लिए गुजरात आए सरसंघ चालक मोहन भागवत ने एक समारोह में कहा, देश के युवाओं को अगले 50 साल तक भारत माता की संतानों की सेवा का संकल्प लेकर तुरंत सेवा कार्य में जुट जाना चाहिए। बच्चों को अब एक कथा, एक पुराण और एक सी कहानियां पढ़ाने से काम नहीं चलेगा। दुनिया बदल रही है, समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। इसीलिए देश के हर युवा को भी इसके लिए तैयार करना होगा। भागवत ने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा,जीवन में व्यवहार को बदलना जरूरी है। मन में सेवा करने की तड़प होनी चाहिए। उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा के समय जब सरकार सब कुछ होते हुए भी तीन दिन तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, संघ के स्वयंसेवक सेवा कार्य में जुट गए, क्योंकि उनके मन में सेवा भाव था। सरकार अपने आप में बड़ी शक्ति होती है, वह सब कुछ करने में सक्षम होती है, लेकिन उत्तराखंड सरकार को कुछ करना नहीं था जिसके फलस्वरूप परिणाम भी वैसा ही रहा। सरसंघ चालक मोहन भागवत की गुजरात यात्रा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फायदेमंद साबित हो सकती है। चुनाव व राष्ट्रीय मुद्दों पर भागवत और मोदी के बीच संघ कार्यालय पर करीब 50 मिनट चर्चा हुई। मुख्यमंत्री मोदी से नाराज वरिष्ठ नेता केशूभाई पटेल, संघ के वरिष्ठ नेता प्रवीण मणियार समेत कई नेताओं ने भागवत के कार्यक्रमों में शिरकत कर साथ होने का संदेश दिया। मोदी व केशूभाई की पिछले कुछ समय से हो रही मुलाकातों को देखते हुए उनकी भाजपा में वापसी की भी चर्चा है। माना जा रहा है कि मोदी केशूभाई पटेल के बेटे भरत को लोकसभा का टिकट भी दे सकते हैं।