बिहार की बौद्धिक संपदा का सम्मान करते हुए राज्य को दिया जाए विशेष राज्य का दर्जा: बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र

पटना । (सत्यजीत कुमार) अखिल भारत हिंदू महासभा की पटना में संपन्न हुई बैठक के में अध्यक्षीय भाषण देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र ने कहा कि बिहार की बौद्धिक संपदा का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार इसे विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करे। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही बिहार भारत की राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक चेतना का केंद्र रहा है । इसने अनेकों ऐसे महापुरुषों को जन्म दिया है जिन्होंने भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बलशाली करने में अपना अप्रतिम योगदान किया है ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की पवित्र भूमि ने हजारों वर्ष से देश का बौद्धिक नेतृत्व किया है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र की सरकारों की उपेक्षा पूर्ण नीतियों के चलते बिहार पर कभी विशेष ध्यान नहीं दिया गया । देश की कांग्रेसी सरकारों ने 30 वर्ष तक 23 मुख्यमंत्री दे दे कर बिहार की जनता की राजनीतिक सोच और उसके बौद्धिक दर्शन का उपहास उड़ाया । उसके पश्चात जातिवादी राजनीति को हावी और प्रभावी कर कुछ ऐसे असामाजिक लोगों ने सत्ता पर एकाधिकार किया जिनका बौद्धिक राजनीतिक चिंतन लगभग शून्य था । उसी का परिणाम है कि आज बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ गया है । श्री मिश्र ने कहा कि ऐसे में अखिल भारत हिंदू महासभा केंद्र की मोदी सरकार से मांग करती है कि वह इस प्रांत को विशेष राज्य का दर्जा देकर यहां पर राजनीतिक स्थायित्व स्थापित करने के लिए विशेष रक्षोपाय करे । इसके अतिरिक्त अखिल भारत हिंदू महासभा यह भी चाहती है कि बिहार प्रांत के लोगों के आर्थिक स्तर में सुधार लाने के लिए भी विशेष कार्य किए जाएं । जिससे बिहार के बौद्धिक चिंतन का सदुपयोग हो सके और यहां के सम्मानित नागरिकों को सामाजिक , राजनीतिक व आर्थिक न्याय प्राप्त हो सके।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अखिल भारत हिंदू महासभा आगामी चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारकर वर्तमान सरकार का एक बेहतर विकल्प प्रस्तुत करने का प्रयास करेगी । उन्होंने कहा कि इसके लिए समान विचारधारा के राजनीतिक दलों और संगठनों से बातचीत का क्रम अंतिम अवस्था में है , जो समय आने पर स्पष्ट किया जाएगा । उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि ईश्वर पार्टी बिहार में एक सक्षम नेतृत्व देने में सफल होगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अभी भी भारतीय अर्थव्यवस्था जिस प्रकार हिचकोले खा रही है उससे स्पष्ट हो जाता है कि केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां विश्वसनीय नहीं है । साथ ही बिहार में जिस प्रकार भ्रष्टाचार और दुराचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं उसे सामाजिक व्यवस्था भी चरमरा गई है । ऐसे में बिहार से नीतीश सरकार का खात्मा अब निश्चित हो गया है।

Comment: