-आपने कहा था शिक्षा से वे अंग्रेज हैं-सभ्यता से मुस्लिम हैं और मात्र संयोग ही है कि वे हिंदू मां की कोख से जन्मे हैं।
-आपने अपनी महत्वपूर्ण पुस्तक भारत की खोज में लिखा है कि देश में जातियों की संख्याा दो है एक मुस्लिम और दूसरी अमुस्लिम।
-आपने खंडित/स्वतंत्र भारत का संविधान अपनी सोच और मानसिकता के आधार पर बनवाया था जिसकी उद्देशिका में हम, भारत के हिंदू नही लिखवाया बल्कि हम, भारत के लोग लिखवाया।
-आपने मुस्लिमों की भावना का ध्यान रखकर समान नागरिक संहिता नही बनने दी।
-शराब बंदी और गोवध बंदी को राज्यों का विषय बना दिया।
-विभाजन के दोषी समुदायों को अल्पसंख्यक शब्द का सहारा लेकर धारा 29 व 30 में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषाधिकार दिये।
-धारा 370 लगवाकर जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार दिये।
-1947-48 जम्मू कश्मीर में युद्घ विराम करा दिया जिसके कारण 28000 वर्गमील भूमि अभी तक पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है और रियासत की बागडोर शेख अब्दुल्ला को सौंपकर विलय को विवादास्पद बना दिया।
-तिब्बत को चीन का स्वायत्तशासी राज्य मानकर स्वतंत्र देश तिब्बत का अस्तित्व समाप्त कर दिया।
-चीन ने नेहरू को अदूरदर्शी समझकर लद्दाख में सड़क बना ली जिसके कारण 14000 वर्गमील क्षेत्र चीन के कब्जे में चला गया।
-आबादी की अदला बदली की, अति महत्वपूर्ण जिन्ना की मांग अस्वीकार कर दी जिसके कारण 1947 में तीन करोड़ मुस्लिम यही रह गये।
-आपकी सोच थी कि जो मुस्लिम यहां रह गये हैं उनकी सोच मिल जुलकर प्रेमभाव और भाईचारे से रहने की है जबकि 66 वर्षों में उन्होंने आक्रामक होकर हजारों बार दंगे किये हैं।
-1947 में देश स्वतंत्र होते ही ईसाई मिशनरी अपने अपने देश जाने की तैयारी करने लगे किंतु नेहरू जी ने उन्हें यहीं रहने दिया और धर्मांतरण की अनुमति दी।
-पूर्वाेत्तर भारत में, पहाड़ी क्षेत्रों में, ईसाई मिशनरियों ने वन वासियों के क्षेत्र में सेवा करते हुए, उन्हें धर्मान्तरित करके गोभक्षक और भारत विरोधी बना दिया। 1-12-1963 को असम को विभाजित करके नेहरू को ईसाई बहुल नागालैंड राज्य बनाना पड़ा।
-आपने देश विभाजन का केन्द्र रही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को पाकिस्तान नही जाने दिया।
-आपने पाकिस्तान की राष्ट्रभाषा उर्दू को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कराया जबकि जिन्ना ने कहा था कि पाकिस्तान बनवाने का श्रेय उर्दू को है।
-आपने केरल में मुस्लिम लीग से गठबंधन किया। पत्रकारों द्वारा पूछने पर आपने उत्तर दिया कि मुस्लिम लीग का संविधान और चुनावी घोषणापत्र मलयालम भाषा में था जिसे उन्होंने नही पढ़ा।
-आपने सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्घार को पसंद नही किया था।
-आपको गुलाब का फूल पसंद था जिसे वह अपनी अचकन पर लगाया करते थे।
-बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहते थे। आपका जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में देश में मनाया जाता है।
-नेहरू खान वंश पुस्तक के लेखक श्री अरविंद घोष हैं। आपने लिखा है कि नेहरूजी के दादा दिल्ली पुलिस में कोतवाल थे। वे मुगल वंश के थे। अंग्रेजों के कत्लेआम से बचने के लिए कोतवाल फैजुल्ला खान ने अपना नाम गंगाधर रख लिया था।
-अब भी देश की अधिकांश पार्टियां नेहरू जी की सोच और वैचारिकता को सही मानती हैं।
-1946 में 80 प्रतिशत कांग्रेसी सरदार पटेल को प्रधानमंत्री बनाना चाहते थे और 20 प्रतिशत कांग्रेसी तटस्थ थे किंतु गांधीजी ने अपने प्रभाव व दबाव से नेहरू जी को प्रथम प्रधानमंत्री बनवाकर मोतीलाल नेहरू से किया वायदा पूरा किया।
-नेहरू जी 1946 से मृत्यु पर्यन्त तक प्रधानमंत्री रहे और मुस्लिम ईसाई का हर प्रकार से तुष्टीकरण करते रहे।
-लौह पुरूष सरदार पटेल ने कहा था कि देशा में केवल एक मुस्लिम ही राष्टरवादी हैं जिसका नाम जवाहरलाल नेहरू है। कृपया आप भी अपनी सोच व्यक्त करें।
–डा. गिरीश चंद्र गुप्त
अतिरिक्त संरक्षक सावरकर वाद प्रचार सभा बुलंदशहर