हिंद बलोच फोरम ने बलूचिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर बलोच वासियों को दी बधाई

जमशेदपुर ( विशेष संवाददाता ) बलूचिस्तान के लोगों के लिए आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक महत्व का है , क्योंकि यही वह ऐतिहासिक दिन है जब उन्हें आजादी प्राप्त हुई थी । यह अलग बात है कि
मार्च 1948 में पाकिस्तान नाम के गिद्ध ने उनकी आजादी का हनन कर लिया । यह कहना है हिंद बलोच फोरम जमशेदपुर के महासचिव धर्म चन्द्र पोद्दार का । उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि 11 अगस्त बलोचिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है । इसी दिन 1947 में बलोचिस्तान को आजादी मिली थी ।
इस दिन को बलोचवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में तभी से मनाते आ रहे हैं । भले ही 27 मार्च 1948 को पाकिस्तान ने जबरन बलूचिस्तान पर कब्जा कर लिया फिर भी बलोचवासी इसे अपने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते रहे हैं । श्री पोद्दार ने 11 अगस्त को बलूचिस्तान वासियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक दिवस बताया और अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि बलूचिस्तान के बच्चे – बच्चे के हाथ में अपने देश का झंडा है ।

इस प्रकार लोग अपनी स्वतंत्रता को भूले नहीं है और इस प्रकार पाकिस्तान के चंगुल से जल्द ही आजादी मिल कर रहेगी । श्री पोद्दार ने कहा कि किसी भी देश या समाज की स्वतंत्रता का कोई भी देश अधिक देर तक हनन नहीं कर सकता । खासतौर से बलूचिस्तान वासियों के बारे में तो यह बात और भी अधिक गंभीरता से कही जा सकती है , क्योंकि यहां के लोग बहुत ही स्वतंत्रता प्रेमी हैं और किसी भी बड़ी से बड़ी ताकत के दबाव में नहीं आ सकते।
श्री पोद्दार ने बताया कि पाकिस्तान की सेना के साथ उनकी आज़ादी की जंग 27 मार्च 1948 के काला दिवस के समय से लगातार जारी है । आज भी वह लोग अपनी आजादी की लड़ाई बहुत जोर शोर से लड़ रहे हैं । अब शीघ्र ही बलोचिस्तान आजाद होकर रहेगा । हिंद बलोच फोरम जमशेदपुर के अध्यक्ष हरि बल्लभ सिंह आरसी ने संपूर्ण बलोच वासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी है ।

अपने संदेश में श्री आरसी ने कहा है कि भारत की जनता बलोच लोगों के साथ है और हम चाहते हैं कि बलूचिस्तान जल्द से जल्द आजाद हो । उन्होंने कहा कि जब हिंदुस्तान अपनी आजादी के लिए 12 सौ वर्ष तक लड़ सकता है तो बलूचिस्तान वासी अपनी आजादी के लिए क्यों नहीं लड़ सकते उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान एक जीवंत जाति का नाम है , जो कभी भी किसी भी झंझावात के सामने झुक नहीं सकता , इसलिए पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि उसे एक दिन बलूच वासियों को स्वतंत्र करना ही होगा।

श्री आरसी ने आगे कहा कि लगातार आजादी की लड़ाई लड़ते रहने से बलूचिस्तान को आजादी अवश्य मिल कर रहेगी । यह जानकारी हिंद बलोच फोरम जमशेदपुर की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है ।

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