कांग्रेस का हिंदू विरोधी चेहरा एक बार फिर आया सामने : झारखंड जमशेदपुर में हनुमान मंदिर में राम धुन बजाने पर सरकार ने उतरवाए लाउडस्पीकर
प्रतीकात्मक(साभार हिन्दू जागरण संघ) |
अयोध्या में राममंदिर का शिलान्यास जरूर हो गया है, लेकिन भारत में अभी भी पल रहे मुग़ल वंशज अपनी मौजूदगी दिखाने पर उतारू हैं।
5 अगस्त के दिन अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन हो रहा था। वहीं झारखंड के जमशेदपुर में एक हनुमान मंदिर में रामधुन बजाने पर पुलिस ने लाउडस्पीकर ही उतरवा लिया।
बीते दिन पूरे देश में उल्लास का माहौल था। मंदिर में सजावट की गई थी और घरों में दीपक जलाए गए थे। ऐसा ही नज़ारा झारखंड के जमशेदपुर में भी था, मंदिरों में उत्सव का माहौल था और हनुमान चालीसा का पाठ हो रहा था।
शहर के कदमा पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले शास्त्री नगर स्थित हनुमान मंदिर में एक ऐसा ही धार्मिक आयोजन कराया गया था। मंदिर में लगे लाउडस्पीकर के ज़रिये रामधुन बजाई जा रही थी, जिसे देख कर कदमा पुलिस थाने की पुलिस वहाँ पहुँची। इसके बाद मंदिर में लगे सारे लाउडस्पीकर उतरवा लिए। मंदिर समिति और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस घटना का विरोध किया।
पुलिस वालों ने इनकी आपत्ति यह कहते हुए अनसुनी कर दी कि इसकी वजह से सांप्रदायिक माहौल बिगड़ सकता है। घटना पर भाजपा नेता देवेन्द्र सिंह ने कहा इससे यह साबित होता है कि झारखंड सरकार श्रीराम विरोधी है। मंदिर के स्पीकर में कैसेट के ज़रिये रामधुन बजाई जा रही थी। जिसे कदमा पुलिस थाने के थानेदार ने उतरवा लिया।
इस मुद्दे पर थाने के दरोगा का यह भी कहना था कि सरकार की तरफ से आदेश जारी किया गया है। इसलिए रामधुन नहीं बजाई जाएगी। इससे माहौल बिगड़ने की आशंका बढ़ती है। जिस पर भाजपा नेता देवेन्द्र सिंह ने कहा “हम झारखंड सरकार के इस असंवैधानिक कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हैं। झारखंड सरकार की बाबरी नीति और औरंगज़ेब मानसिकता को हम किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे।”
उन्होंने कहा कि इस फैसले की वजह से भारी विरोध का सामना करना पडेगा। अब लोकतांत्रिक तरीके से सरकार की इस कार्रवाई का विरोध होगा। सरकार अपनी इस अ-लोकतांत्रिक कार्रवाई के लिए अब सावधान हो जाए।
हालाँकि, एक स्थानीय समाचार समूह की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस घटना की जानकारी किसी व्यक्ति ने ट्विटर पर साझा कर दी थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए डीजीपी एमवी राव ने शहर जमशेदपुर एसएसपी को मामले पर कार्रवाई के आदेश दिए।
साथ ही उनका यह भी कहना था कि अगर ऐसी किसी घटना की वजह से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है तो उस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। जिस पुलिसकर्मी ने ऐसे कदम को अंजाम दिया है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इस मामले से जुड़ी जानकारी लेने के लिए हमने जमशेदपुर के कदमा थाना से 6572221670 इस नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन कई बार फोन व्यस्त गया और कई बार कॉल जाने पर पर भी फोन नहीं उठा।
थाने से संपर्क न होने के बाद हमने इस थाने के सब इन्स्पेक्टर के नंबर 9431706490 पर संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन यह नंबर शुरू से ही बंद था। हम पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई पर उनका पक्ष जानना चाहते थे लेकिन उनके द्वारा प्रतिक्रिया नहीं मिली।
इससे पहले जमशेदपुर के कदमा में 6 फल विक्रेताओं पर सिर्फ़ इसलिए केस दर्ज कर दिया गया था क्योंकि वे अपनी दुकानों में ‘विश्व हिन्दू परिषद्’ का बैनर लगा कर और ‘हिन्दू’ लिख कर फल बेच रहे थे। पुलिस कार्रवाई के बाद पूर्व सीएम रघुबर दास पीड़ित फल विक्रेताओं की दुकान पहुॅंचे थे और उन्होंने आश्वासन दिया था कि इन फल विक्रेताओं के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज होने दिया जाएगा।(एजेंसीज)