शाहीन बाग वाली जहरीली रिजवी का वीडियो आया सामने , बोली- इस बार अमित शाह कोरोना से मरना चाहिए

अमित शाह के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद एक निश्चित तबका यानि कट्टरपंथी खुलकर उन्हें बद्दुआएँ दे रहा है। इसी क्रम में ऐमन रिजवी नाम की मुस्लिम महिला ने भी अपनी हालिया वीडियो में देश के गृह मंत्री के लिए जमकर जहर उगला है।
ऐमन रिजवी (Aiman Rizvi) की यह पूरी वीडियो भारत न्यूज 91 नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड है। इस वीडियो में हम सुन सकते हैं कि मोदी सरकार के प्रति अपनी घृणा व्यक्त करते हुए वह अमित शाह की मृत्यु के लिए दुआ कर रही है और अन्य लोगों से भी ऐसा करने को कह रही है।

विरोध नागरिकता संशोधक कानून का हो रहा था
या हिन्दुत्व के विरुद्ध?

जब इन अपशब्दों के लिए इन पर किसी भी तरह की कार्यवाही होगी, एकदम बिलों में छुपकर बैठे #not in my name, #mob lynching, #intolerance, धूर्त नारा गंगा-जमुना तहजीब( धूर्त इसलिए क्योंकि इस नारे के कारण आम जनमानस इनके जहरीले मंसूबों को समझ नहीं पाया, इस कटु सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता, जो लाल कुआँ, दिल्ली में दंगाइयों द्वारा किये दंगे पर कार्यवाही होने पर लगे इस नारे को बंद करने के लिए कहा गया था।) और victim card आदि गैंगस्टर सडकों पर आकर आसमान को सिर पर उठाएंगे। कोई यह सोंचने की जहमत नहीं करेगा कि इस महिला ने किस भाषाशैली का इस्तेमाल किया है। नागरिकता संशोधक कानून की आड़ में जो हिन्दुत्व, योगी और मोदी के विरुद्ध नारेबाजी हुई, किसी ने विरोध नहीं किया, विपरीत इसके सिरफिरों ने दंगे का आरोप कपिल मिश्रा पर डाल अपने नापाक दामन को बचाने का असफल प्रयास किया, जिसे दिल्ली में हुए हिन्दू विरोधी दंगों ने साबित कर दिया। हकीकत में नागरिकता संशोधक कानून की आड़ में छद्दम धर्म-निरपेक्षता का चोला ओढे साम्प्रदायिकों का नापाक चेहरा सामने आने पर उन हिन्दुओं को शर्म आनी चाहिए जो धरनों और प्रदर्शनों में लंगर आदि का आयोजन कर समर्थन दे रहे थे।   
वीडियो में ऐमन रिजवी गृह मंत्री के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग भी कर रही है। वीडियो में हम देख सकते हैं कि वह अमित शाह को ‘टकलू शाह’ कहती है और उनके कोरोना पॉजिटिव होने के तार मरकज से जोड़कर पूछती है कि क्या इसके तार मरकज से हैं या ये मरकज में घुसपैठ करता था?
ऐमन कहती है, “पूरा देश बर्बाद हो रहा है। लेकिन अमित शाह 5 महीने से पता नहीं कौन सी गुफा में घुसा हुआ है। अब मालूम चला है कि उसे कोरोना हो गया।” अपनी बात को आगे रखते हुए वह कहती है कि कोरोना महामारी जैसा कुछ भारत में तो क्या पूरी दुनिया में नहीं है। उसका मानना है कि किसी भी मुद्दे से बरगलाने के लिए भाजपा सरकार कोई नया ‘स्कैंडल’ लेकर आ जाती है और जनता से सहानुभूति इकट्ठा कर लेती है।

मुंबई मिरर की खबर से स्क्रीनशॉट

इसके बाद वीडियो में लुकमान की मॉब लिंचिंग पर झूठ फैलाते हुए ऐमन कहती है कि एक मुसलमान नौजवान का बर्बरता से कत्ल कर दिया गया। जबकि हकीकत ये है कि लुकमान जिंदा है और उसकी स्थिति भी फिलहाल स्थिर है। इसके अलावा उसके साथ जो बर्बरता हुई, उस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
लुकमान मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। लेकिन बिन इन तथ्यों को जाने ऐमन अपनी वीडियो में खुलकर नफरत फैला रही है। रिजवी की शिकायत है कि जो पुलिस मुस्लिम कॉलोनी में कोई मास्क न लगाए तो उसे मारने के लिए आ जाती है, वही पुलिस लुकमान के मामले में कुछ करने को तैयार नहीं है।
महिला की मानें तो वैसे तो पूरे विश्व में कोरोना महामारी जैसा कुछ है ही नहीं। लेकिन अगर, वाकई में कोरोना जैसा कुछ है तो इस बार अमित शाह को मरना चाहिए। उसे कहते सुना जा सकता है, “मैं 6 महीने से बोल रही हूँ। कोरोना का सिर्फ़ ड्रामा चल रहा है। कोई कोरोना नही है और अगर कोरोना है तो इस बार अमित शाह को मरना चाहिए। आप दुआ करें कि अगर वाकई इसे (अमित शाह) कोरोना हुआ है तो आप सब दुआ करें कि या खुदा ये मर जाए। हम कोरोना पर 1% तभी यकीन करेंगे जब अमित शाह मर जाएगा।”
ऐमन के अनुसार, कोरोना अगर भाजपा समर्थक या फिर उसके आईटी सेल में से किसी को भी होता है, तो वो बच जाता है। जबकि मुस्लिम या दलित अगर आम बीमारी से भी पीड़ित हो रहा है तो वह मर रहा है। इसलिए ये समझना चाहिए कि यह सारा ड्रामा केवल लोगों का दिमाग डायवर्ट करने के लिए चल रहा है।
अपनी वीडियो में यह महिला संबित पात्रा के लिए ‘गोबर पात्रा’ और अमिताभ बच्चन को भाजपा के आईटी सेल व आरएसएस का एम्बेसडर बताते हुए कहती है:
“इन दोनों को कोरोना किया, लेकिन ये मरे नहीं। फिर जी न्यूज वालों को भी किया गया लेकिन वहाँ भी कुछ नहीं हुआ। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को किया, उसे भी कुछ नहीं हुआ। दिल्ली के इनके चाटुकार सीएम केजरीवाल को भी कुछ नहीं हुआ, वो भी हनीमून मनाकर वापस आ गया। अब इन्होंने सोचा कि किसको कोरोना करें? अगर यह नरेंद्र मोदी को करते तो वो 5 अगस्त को शिलान्यास में कैसे जा पाता। इसलिए इन्होंने बड़ी स्ट्रैटेजी प्लॉन की और कहा- टकलू हम तुझे कर देते हैं। तू तो वैसे भी गुफा में पड़ा हुआ है। ताकि लोग लुकमान को भूल जाएँ, गुजरात को भूल जाएँ, महाराष्ट्र को भूल जाएँ।”
वीडियो में आगे यह महिला यूपी सीएम के लिए भी घृणा व्यक्त करती है। ऐमन उनके लिए न केवल टकलू नंबर-2 जैसे शब्द का इस्तेमाल करती है, बल्कि उन्हें आतंकवादी भी कहती है। महिला बोलती है कि यह सब मिलकर आपको बावला बना रहे हैं।
ऐमन रिजवी के अनुसार इन लोगों ने आरएसएस के दफ्तर में बैठकर मीटिंग की है, तब जाकर निर्णय हुआ कि इस बार नंबर किसका आएगा। भाजपा नेताओं को अय्याश करार देते हुए ऐमन कहती है कि कोरोना के बहाने उन्हें लग्जरी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उन्हें हनीमून पर भेजा जा रहा है और कहा जा रहा है कि तुम पहले ही अय्याश हो और अय्याशी करो।
भारतीय मीडिया को रखैल मीडिया कहते हुए ऐमन रिजवी ने वीडियो में राफेल के आने पर मनाई जा रही खुशी पर भी आपत्ति जताई। वह कहती है कि जहाँ से राफेल आया है, उसकी दुनिया में कोई औकात नहीं है। लेकिन ‘चिंदी चोर’ मोदी 5 खरीद कर ले आता है तो पूरी दुनिया भारत से काँपने लगती है?
महिला चीन नेपाल और भूटान का जिक्र करते हुए कहती है कि अभी इन देशों के साथ विवाद खत्म नहीं हुए हैं। लेकिन भाजपा हर रोज कोरोना वायरस का चूर्ण लेकर आ जाती है और बताती रहती है कि आज इसको हुआ, आज उसको हुआ। वह पूछती है कि अगर कोरोना हो रहा है तो आखिर इनके नेता मरते क्यों नहीं हैं।
वे दर्शकों से कहती है,
“दुआ करो ये मर जाए। हम भी दुआ कर रहे हैं कि ये पाप हमारे सिरों से हट जाए। क्योंकि ये आतंकवादी तड़ीपार है। ये वही तड़ीपार है, जिसने गोधरा ट्रेन करवाया और कारसेवकों को मरवाया। फिर उसी के नाम पर पूरा गुजरात जलवाया। सोहराब का एनकाउंटर करवाया। इशरत जहाँ का एनकाउंटर करवाया। ये वही तड़ीपार है, जिसके कारण आईपीएस संजीव भट्ट जेल में हैं। खुदा से दुआ करो। अल्लाह पाक इस पर बद्दुआएँ लग जाए। ये तड़ीपार मर जाए। चाहे इसे कोरोना न हो। लेकिन कोई ऐसी मौलिक बीमारी हो जाए कि ये उठे न।”

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