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कविता

*छुआछूत ऊंचनीच का एक ही इलाज⁉️* *आर्यसमाज आर्यसमाज आर्यसमाज💞*

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*छुआछूत ऊंचनीच का एक ही इलाज⁉️*
*आर्यसमाज आर्यसमाज आर्यसमाज💞*

यदि नही पढ़ा तो पढिये जीवविज्ञान को ;
विश्व के सब मनुष्यों की एक प्रजाति है।

समान संतान उत्पन्न करने की क्षमता भी,
सिद्ध  करती कि हमारी एक ही जाति है।

सत्य सनातन वेद की वाणी  मनुष्यों का,
वसुंधरा  पर  समान अधिकार बताती है।

पर न जाने क्यों बहुत से महानुभावो को ;
यह सीधी सी बात समझ मे नही आती है।

वो बार बार  ऊंच नीच का राग अलापते है;
सुनके मानवता के हृदय भय से कांपते है।

इनके कारण कब से मानव मानव से दूर रहा;
छुआछूत रोग बना व्यवहार सदा ही क्रूर रहा।

जो कुत्ते बिल्लियों के संग भी मिलके खा लेते;
वो दलित दलित कह मंदिर से इंसान भगा देते।

ऐसी मानसिकता का  केवल  एक  उपचारक है;
आर्यसमाज नाम उसका दलितों का उद्धारक है।

#हितेंद्र#
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