(उगता भारत ब्यूरो)
नई दिल्ली। हाल ही में हुए चीन और भारत के बीच गलवान घाटी तनाव मे भारत के 20 जवान शहीद हुए। जवानों की शहादत पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे जाबाज ‘ सैनिक मारते हुए शहीद हुए’।इस से पहले भारतीय सैन्यअधिकारी और चीन के सैन्यअधिकारियों के बीच कई स्तर की वार्ता हुई मगर वार्ता सफल नहीं हो सकी। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का लद्दाख दौरे ने पूरी दुनिया को चौका दिया।मोदी ने लद्दाख के पर्वत शिखर से एलान कर दिया कि अब ‘ विस्तार वादी नीति का युग समाप्त हो चुका है,यह विकासवादी नीति का युग है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लद्दाख दौरे के पश्चात एनएसए अजीत डोभाल की चीन के विदेश मंत्री से लगभग 5 घंटे बात चली और चीनी सेना 2 किलोमीटर तक पीछे हटी।
भारत और चीन के बीच जारी तनाव के दौरान जिस तरह की नकारात्मक राजनीति राहुल गांधी कर रहे हैं उसका भविष्य में कांग्रेस पार्टी को बड़ा खामियाजा उठाना पड़ सकता है क्योंकि चीन मुद्दे पर देश की जनता सरकार और सेना के साथ खड़ी नजर आ रही है।
इस सप्ताह के राजनीतिक सामाजिक मुद्दों की बात करें तो सप्ताह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम दिये अपने संबोधन में देश की जनता को कोरोना वायरस के खतरे के प्रति एक बार फिर चेताया और कहा कि बिना मास्क पहने बाहर ना निकलें और दो गज की दूरी का पालन करें। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने इस संबोधन में लॉकडाउन से प्रभावित हुए देश के गरीब परिवारों को बड़ी सौगात दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिये जाने की योजना नवबंर अंत तक यानि छठ पूजा के बाद तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना जोकि पिछले तीन महीने से देशभर में जारी है उस पर नवंबर तक डेढ़ लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को लेह का अचानक दौरा कर सभी को चौंका दिया। प्रधानमंत्री ने लेह में हालात की और तैयारियों की समीक्षा की और गलवान घाटी की झड़प में घायल हुए सैनिकों का हालचाल तो पूछा ही साथ ही फॉरवर्ड पोस्ट पर जाकर वहां तैनात सैनिकों का हौसला बढ़ाया और अपने ओजस्वी भाषण से पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत किसी भी तरह से कमजोर नहीं है और अपनी सरहदों की रक्षा करना जानता है। प्रधानमंत्री ने चीन के खिलाफ इशारों ही इशारों में जो कुछ कहा उसका संदेश इस्लामाबाद तक गया है। इस सप्ताह प्रधानमंत्री ने चीन पर जो डिजिटल स्ट्राइक की उसका भी बड़ा असर हुआ है। 59 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगने और भारतीय राजमार्गों के ठेके चीनी कंपनियों के लिए बंद होने से चीन आर्थिक परेशानियों से घिर गया है।
इसके अलावा इस सप्ताह भी कोरोना वायरस के मामलों में लगातार उछाल आता रहा लेकिन यह भी देखने को मिला है कि अब स्वस्थ होने वालों की दर बढ़ रही है और यह 60 प्रतिशत के पार जा पहुँची है। भारत में टेस्टिंग भी बड़ी संख्या में बढ़ी है और अस्पतालों में भी सुविधाओं में इजाफा हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक केंद्र ने एक अप्रैल से लेकर अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 2.02 करोड़ एन95 मास्क और 1.18 करोड़ से अधिक पीपीई किट की आपूर्ति की है। इसके अलावा विभिन्न राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को अब तक 11,300 ‘‘मेक इन इंडिया’’ वेंटिलेटरों की आपूर्ति की गई है।
इसके अलावा राजनीति की बात करें तो भाजपा की जनसंवाद रैलियां जारी रहीं और राहुल गांधी रोजाना प्रधानमंत्री पर चीन के मामले में देश को गुमराह करने का आरोप लगाते रहे। कांग्रेस के तेवर तब और कड़े हो गये जब पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिल गया। यही नहीं उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार तब विवादों में आ गयी जब कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने गये पुलिस दल पर अपराधियों ने गोलीबारी कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गये। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से आतंकवादियों के मारे जाने के समाचार इस सप्ताह भी मिलते रहे। आर्थिक खबरों में सोना बड़ी खबर रहा क्योंकि सुरक्षित निवेश के रूप में देखी जा रही इस पीली धातु की कीमत 50 हजार रुपए तोला के पास पहुँच गयी।
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