पूरी तरह भारतीयता से रंगे फालुन गोंग संप्रदाय को ऐसे मिटाया चीन ने
चीन में कुछ लोग Falun Gong पंथ को मानते हैं। यह बुद्धिज़्म का ही एक शांतिप्रिय सबसेट है। फालुन गोंग को फॉलो करने वाले लोग शाकाहारी, नॉन स्मोकर और नॉन ऐल्कॉहॉलिक होते हैं। प्रतिदिन योग व प्राणायाम भी करते हैं। संक्षेप में बोलें तो चीन में सबसे स्वस्थ व सेहतमंद लोग यही हैं।
अब चीन की समाजवादी सत्ता ठहरी नितांत पूंजीवादी व आदमखोर। उन्हें पता लगा कि वैश्विक काला बाजार में फालुन गोंग लोगों के ऑर्गन्स की बहुत डिमांड है और चीन का लोकल माफ़िया यह ऑर्गन सप्लाई करता है वो भी स्टेट को उसका कट दिए बिना।
इतनी बड़े धंधें के अवसर को भला एक समाजवादी सत्ता कैसे हाथ से जाने देती। चीनी सरकार ने कानून बना दिया कि फालुन गोंग धर्म इललीगल है क्योंकि ये लोग समाजवाद के ख़िलाफ़ हैं और चीन की सत्ता को हथियाना चाहते हैं। कानून बनते ही सभी फालुन गोंग फॉलोवर्स जेल के अंदर बंद! अब चीनी सरकार जेल से मस्त इनके ऑर्गन्स का धंधा चलाती है और कोई कुछ नहीं कहता। विग के लिए बाल से लेकर, किडनी तक सब बिकता है, और विश्व का कोई सेक्युलर कुछ नहीं कहता।
भारत देश के शांतिप्रिय बड़े खुश हैं कि चलो भारत पर चीन का ही कब्जा हो जाए, उन्हें बताता चलूं कि चीन जिंदा उइगुर मुस्लिम्स के बाल नोच कर 5 लाख वाली विग्स बनाता है। उनके सिर पर दवाई लगाकर फिर से बाल उगाए जाते हैं व फिर से जड़ सहित उखड़े जाते हैं, क्योंकि जड़ सहित बालों की डिमांड ज्यादा है। इस काम के लिए भी बाकायदा एक लॉ है और अलग से एक डेडिकेटेड कंसेंट्रशन कैम्प है।
समाजवादी चीन के लिए मनुष्य गाजर, मूली, आलू, चिकन या पोर्क से ज्यादा कुछ नहीं। उनके लिए इंसान भी एक प्रोडक्ट है। हेल्थी लाइफस्टाइल वहाँ के लोगों के लिए अभिशाप है। धूम्रपान करने वाले शराबी-कबाबी आदमी को तो वहाँ की सरकार भी कुछ नहीं कहती।
नाज़ी-नाज़ी का राग अलापने वाले लोग सब भूल जाएंगे यदि चीन की हकीकत उन्हें पता लग जाए। तो ये जो लेफ्टिस्ट/कांग्रेसी जो आजकल चीन की बहुत साइड ले रहें हैं, एक बार जाओ और कुछ दिन वहाँ रहकर आओ।
(अधिक जानकारी के लिए यूट्यूब पर जाकर ‘Harvested Alive’ सर्च करें)।
✍🏻साभार