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जिक्र जब हस्तिनापुर का आता है तो महाभारत काल की छवि उभर कर आती है| हस्तिनापुर, आर्यव्रत की संस्कृति का सामरिक व सांस्कृतिक केंद्र रहा… काशी और कौशल भी हस्तिनापुर के पराक्रम के सामने कांपते थे|
हस्तिनापुर ऐतिहासिक सांस्कृतिक तौर पर ही नहीं प्राकृतिक जैव विविधता सौंदर्य के मामले में भी समृद्ध रहा है| उत्तर प्रदेश का राजकीय पशु है बारहसिंघा अर्थात हिरण की एक प्रजाति जिसके सिंघो की संख्या 12 होती है …उत्तर प्रदेश में बारहसिंघा का सबसे बड़ा प्राकृतिक आवास हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण ही है |
हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण 2043 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है… मेरठ बिजनौर गाजियाबाद अमरोहा सहित पांच जिलों की भूमि इसमें शामिल है| सैकड़ों प्रकार की पक्षियों की प्रजाति ,गंगा की डॉल्फिन घड़ियाल से लेकर दुर्लभ स्तनधारी अभ्यारण में पाए जाते हैं|
बिजनौर बैराज ,शुक्रताल के बीच हैदरपुर वेटलैंड है जिसमें प्रत्येक वर्ष यूरोप अफ्रीका से प्रवासी पक्षी अच्छी खासी संख्या में आते हैं बहुत ही खूबसूरत वेटलैंड है… यह वेटलैंड भी हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण का हिस्सा है|
लेकिन हमारा दुर्भाग्य है वन्य जीव अभ्यारण अतिक्रमण अवैध शिकार से नष्ट हो रहा है|
केंद्र व राज्य सरकारों की अतीत से लेकर आज तक की सरकारों की उपेक्षा का शिकार है….|
वर्तमान योगी सरकार ने कुछ धन आवंटन इसके विकास के लिए किया है|
मेरठ शहर हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण का कातिल है मेरठ में कभी मात्र दो आरा मशीन होती थी आज 100 से अधिक अवैध आरा मशीन संचालित हैं हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण में सागौन चंदन के वृक्ष पाए जाते थे उत्तराखंड के हाथी तेंदुए इसमें पाए जाते थे| अनादि काल से देवभूमि उत्तराखंड के वन्य जीव सर्दी ,वर्षा ऋतु बिताने हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण में ही आते रहे हैं|
महाभारत में भी ऐसा ही उल्लेख है|
अब पंजाब के भूमाफिया ,लेंड जिहाद का शिकार यह वन्य जीव अभ्यारण हो रहा है|
इतिहास संस्कृति पुरातत्व पर्यटन के दृष्टिकोण से इससे उत्तम स्थल पूरे उत्तर भारत में कहीं नहीं मिल सकता|
शायद हस्तिनापुर आज भी द्रोपदी गांधारी जैसी तेजस्विनी अबला के श्राप से आज भी मुक्त नहीं हो पाया है|
पश्चिमी उत्तर प्रदेश दिल्ली एनसीआर के वन्य जीव प्रेमी प्रकृति प्रेमी हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण, हृदयपुर वेटलैंड में एक बार जरूर पधारें|
आर्य सागर खारी ✍✍✍
One reply on “हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण्य”
Jal jangal ko bachao or jansankhya vridhi ko km kro …..sarkar kanoon laaye