हिंदुस्तान से हिंदुओं का खात्मा होना चाहिए और अपनी कोख में पल रहे हिंदुओं के बच्चों का गर्भपात कराओ

– स्वेच्छा से हिन्दू धर्म में आई लड़की को उसके माँ-बाप ने कहे ये शब्द

– मेरे मां-बाप मेरे पति तथा मेरे गर्भ में पल रहे बच्चे की हत्या करवाना चाहते – काव्या कश्यप (बेनजीर आदिल)

वैन (अम्बुज मिश्रा – हरदोई, उत्तर प्रदेश) :: कहते हैं कि प्यार में कब और कहां क्या हो जाए इसका कोई ने अनुमान नहीं लगा पाया। दरअसल ऐसा ही एक वाक्या उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद में सामने आया जहां एक मुस्लिम लड़की को हिंदू लड़के से शादी करना इतना भारी पड़ रहा है कि अब उसकी जान जोखिम में आ गई है। पीड़ित बेनजीर आदिल ने बताया कि उसके मां-बाप उसके पति तथा उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की हत्या कराना चाहते हैं पीड़ित ने यह सब बात अपने पति दीपक कश्यप को फोन कर बताइ। बेनजीर आदिल ने बताया कि उसके मां बाप कहते हैं कि तेरे पेट में पल रहे हिंदू के बच्चे को खत्म करो। अगर तुम्हारा पति यहां आया तो उसे भी हम खत्म कर देंगे। पीड़िता ने जब मां-बाप की बात नहीं मानती तो आए दिन उसे प्रताड़ित किया गया। इतना ही नहीं पीड़ित ने फोन पर अपने पति को बताया कि मां-बाप उसे आए दिन मारते-पीटते तथा खाने के लिए भी कुछ नहीं देते। जिससे वह आए दिन घुट-घुट कर मरने पर मजबूर है।

बेनजीर आदिल ने बताया कि मैंने स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाकर अपनी शादी की है। मैं एक बालिग लड़की हूं और स्वेच्छा से शादी करना मेरा हक है। जिस कारण हम दोनों ने अपनी स्वेच्छा से हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार आर्य समाज मंदिर में शादी की। शादी के बाद कई महीने तक हम खुशी-खुशी अपने घर रहते थे। मेरी मां ने मुझे बहला-फुसलाकर वहां से लाने का जो कार्य किया है वह अत्यंत निंदनीय है। मेरी मां ने मुझे बताया था कि मैं अगर घर आती हूं तो उसकी इज्जत बरकरार रहेगी। दरअसल बेनजीर आदिल को उसकी मां ने बताया था कि उसकी छोटी बहन की शादी है, आप सकुशल घर आइए जिससे मेरी इज्जत बरकरार रहेगी। शादी के बाद आपको पुनः आपके पति दीपक के पास भेज दिया जाएगा। लेकिन शादी होने के बावजूद भी जब उसे उसके पति के पास नहीं भेजा गया तो उसने वहां से आने की इच्छा जाताई तो परिवार की तरफ से यातनाएं झेलनी पड़ रही हैं। फोन पर अपने पति को उसने बताया कि मुझे परिवार के लोग जान से मार देना चाहते हैं। इतना ही नहीं मुझे खाने पीने को भी नहीं दे रहे हैं तथा आपका जो बच्चा मेरे गर्भ में पल रहा है उसे मेरे मां-बाप खत्म कर देना चाहते हैं। उनका कहना है कि हिंदुस्तान से हिंदुओं का खात्मा होना चाहिए और आप हिंदू के बच्चे को अपने गर्भ में पाल रहे हो। इसे गर्भपात कराओ, जब से पत्नी का दर्द पति दीपक ने सुना तो वैसे ही उसने हरदोई के आला अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर लगाने शुरु कर दिए। वह चीख-चीख कर चिल्लाता है कि मेरी पत्नी की जान की रक्षा के लिए आप मेरी मदद करें। अफसोस बिलग्राम थाना से लेकर हरदोई एसपी कार्यालय तक उसकी मदद करने के लिए कोई भी पुलिस महकमे के आला अधिकारी सामने नहीं आये। जिससे वह निराश होकर पुनः बैठ गया। कुछ दिन बाद वह फिर एक बार पुलिस महकमे के अधिकारियों के पास पहुंचकर अपनी फरियाद सुनाता है। कागज पर शिकायत पत्र देने के बाद सरकारी अफसर उसकी समस्या तो सुनते हैं लेकिन निदान कराने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाते।

दरअसल, बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली बेनजीर आदिल उर्फ काव्या कश्यप बिलग्राम के मोहल्ला मैदान पुरा की मूल का निवासी है, जिसने दीपक कश्यप पुत्र श्री दिनेश मंडई कस्बा थाना बिलग्राम जनपद हरदोई के रहने वाले से 15-02-2020 तारीख़ को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार आर्य समाज मंदिर में शादी करके जन्म-जन्मांतर का रिश्ता जोड़ लिया था। उसे क्या पता था इस रिश्ते के बाद उसे इतनी यातनाएं झेलनी पड़ेंगी? सबसे अफसोस वाली बात यह है कि बेनजीर आदिल उर्फ काव्या कश्यप का पति आज हरदोई ही प्रशासन से अपनी पत्नी व गर्भ में पल रहे उस बच्चे की जान की रक्षा के लिए गुहार लगा रहा है। जिस बच्चे ने अभी तक इस संसार को देखना तो दूर इसमें प्रवेश भी नहीं किया है। अब देखना लाज़मी होगा कि क्या हरदोई का पुलिस प्रशासन इतना निष्क्रिय है कि एक मां तथा उसके गर्भ में पल रहे उस बच्चे का भी संरक्षण नहीं कर सकता?

बेनजीर आदिल उर्फ काव्या कश्यप ने अपने पति दीपक से फोन करके बताया कि मेरे मां बाप का कहना है कि अब आपको वहां नहीं जाने देंगे। आप हिंदू के बच्चे को अपने गर्भ में पाल रहे हो जो बेहद निंदनीय है। आपको शर्म आनी चाहिए कि आप एक दुश्मन के बच्चे को अपने गर्भ में पल रहे हैं। हिंदुओं को तो इस हिंदुस्तान से खत्म होना चाहिए। अगर आपने मेरे बताए गए कार्यों को नहीं किया तो आपके पति तथा आपके गर्भ में पल रहे बच्चे को हमेशा के लिए मौत के मुँह में समा दूंगा।

पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ पत्नी के घरवालों से भी परेशान इस बेचारे पति का अब एक ही सहारा बचा है और वो है भगवान। लेकिन वो मदद देगा कब? या वो भगवान किसको दीपक का मददगार बना कर फरिश्ते के रूप में उसके सामने प्रकट करेगा यह तो आने वाले वक्त के गर्भ में है।

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