पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने पर संजय झा को कांग्रेस ने राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से हटा दिया है। पार्टी की ओर से जारी बयान के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संजय झा को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस प्रवक्ता पद से हटा दिया है। संजय झा ने हाल ही में एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू और लेख के जरिए कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया था। टाइम्स ऑफ इंडिया के अपने लेख और द प्रिंट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। संजय झा ने दावा किया कि पार्टी के पास एक आंतरिक मजबूत तंत्र नहीं है। उन्होंने लिखा है कि पार्टी के अंदर सदस्यों की बात नहीं सुनी जाती है। अपने लेख में झा ने यह भी कहा कि पार्टी सरकार के विफल होने पर लोगों को शासन का कोई वैकल्पिक विवरण प्रस्तुत नहीं कर सकती।
इस लेख और इंटरव्यू के बाद संजय ने जून 17 को एक ट्वीट किया, जिससे पार्टी को तगड़ी चोट पहुंची।
Pandit Nehru once wrote a self-critical piece anonymously in a newspaper warning against becoming autocratic. That is the true Congress;democratic, liberal, tolerant, inclusive. We have drifted far from those values. Why?
I remain a committed fearless ideological soldier of INC.
प्रवक्ता पद से हटाए जाने के बाद पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ‘निरंकुश बनने के खिलाफ चेतावनी के तौर पर पंडित नेहरू ने एक बार एक समाचार पत्र में एक खुद की आलचोना करते हुए लेख लिखा था। यही लोकतांत्रिक, उदारवादी, सहिष्णु, समावेशी सच्ची कांग्रेस है। हम उन मूल्यों से बहुत दूर चले गए हैं। क्यों? मैं कांग्रेस का एक निर्भय वैचारिक सिपाही बना रहूंगा।’