लौंग
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हमारा रसोईघर स्वतः प्राकृतिक औषधि भण्डार है।लौंग में कुछ ऐसे अंश होते हैं जो रोगों का सामना करने में सहायता करते हैं।आहार की सुगंधि बढ़ाने के साथ साथ, इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।लौंग तेल की कुछ बूँदों को दाँत प्रभावित क्षेत्र में लगाने से दर्द में बहुत राहत मिलती है।इसके तेल से प्रथम चरण के गठिया/जोड़ों के दर्द का उपचार सम्भव है,क्योंकि इसमें Flavonoids प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं।
पाचन में अति उत्तम होने के कारण यह गैस,दस्त एवं मिचली से राहत दिलाती है।सुगंध से परिपूर्ण होने के कारण एक लौंग को मुँह में रखने से हमारी श्वास ताजा रहती है।यह आँतों में gas formation को रोकती है तथा वहाँ कीड़ों की वृद्धि पर भी रोक लग जाती है।
लौंग,छोटी और बड़ी इलायची, सौंफ,मुलैठी, अजवायन और तुलसी पत्रों के साथ बनाया हुआ काढ़ा फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है।इस काढ़े से खाँसी, बुखार और जुकाम नहीं होते हैं।Sinusitis से उत्पन्न यदि सिर दर्द हो,तो ५ लौंग को तवे पर अच्छी तरह गर्म कर उसकी भाप को नासिकाओं द्वारा लेने से बहुत लाभ होता है।