भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाने के लिए कृत संकल्पित हैं मोदी सरकार

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डॉ नरोत्तम मिश्रा

देश को सँवारने और सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री मोदी की धुन ऐसी की वे हर दिवाली अपने सैनिकों के बीच सरहद पर होते है। दुश्मनों से लगती हुई सीमाओं पर जाकर अपने सैनिकों का साहस बढ़ाने और सबसे बड़े त्योहार की खुशियाँ मनाने का ऐसा जज्बा दुनिया के शायद ही किसी राष्ट्राध्यक्ष ने दिखाया हो।

मजबूत राष्ट्र के विकास की संकल्पना के साथ बढ़ते भारत का यह स्वर्णिम काल है जहां 130 करोड़ हिंदुस्तानियों के जीवन में संभावनाओं से भरपूर अनगिनत खुशियाँ है, उल्लास है और समाज तथा समूचे राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के साकार होते सपने है। नरेंद्र मोदी सरकार के छह साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री द्वारा देशवासियों के नाम लिखी चिट्ठी में भारतीय इतिहास के स्वर्णिम अध्याय की झलक प्रतिबिम्बित होती है। यकीनन राष्ट्र के विकास, करोड़ों लोगों के विश्वास और दुनिया को दिशा देता यह मोदी युग है जहां सैनिक शक्ति,आर्थिक शक्ति, राजनीतिक शक्ति, सांस्कृतिक शक्ति और दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की मनोवैज्ञानिक शक्ति के बूते नित नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे है।

दरअसल नरेंद्र मोदी ऐसे करिश्माई नेतृत्व है जिन्होंने इस महान देश के करोड़ों लोगों की अपेक्षाओं, आकांक्षाओं, कल्पनाओं और सपनों को साकार करके स्वर्णिम भारत का पथ प्रशस्त किया है। आज़ादी के बाद सातवें दशक तक भारत ने संघर्षों की अनगिनत स्थितियाँ देखी है लेकिन मोदी युग में करोड़ों बेघर लोगों को आशियाना देकर सामाजिक न्याय के संवैधानिक दायित्व को बेहद विनम्रता से पूर्ण किया। उनका विजन देश की अनेकों आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए समर्पित रहा। मोदी सरकार ने गरीबों के बैंक खाते, मुफ्त गैस कनेक्शन, मुफ्त बिजली कनेक्शन, शौचालय, वन नेशन-वन टैक्स, किसानों की एमएसपी की मांगों को पूरा करने का काम और लोक कल्याण से जुड़े ऐसे कई कार्यों को करके सफलता के नित नए आयाम स्थापित किए है। किफायती आवास, बुनियादी ढांचागत विकास, सार्वजनिक परिवहन तथा स्वच्छ भारत को प्रोत्साहित करने के मोदी सरकार के उपाय और प्रयास उल्लेखनीय है।

देश को सँवारने और सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री मोदी की धुन ऐसी की वे हर दिवाली अपने सैनिकों के बीच सरहद पर होते है। दुश्मनों से लगती हुई सीमाओं पर जाकर अपने सैनिकों का साहस बढ़ाने और सबसे बड़े त्योहार की खुशियाँ मनाने का ऐसा जज्बा दुनिया के शायद ही किसी राष्ट्राध्यक्ष ने दिखाया हो। वन रैंक-वन पेंशन की वर्षों पुरानी मांग को मान कर उन्होंने सैनिकों का हौसला सातवें आसमान पर पहुंचा दिया, वहीं चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन से तीनों सेनाओं में समन्वय को बढ़ाकर भारत की सेना को दुनिया की चुनिंदा सेनाओं में शुमार कर दिया।

भारत के प्रधानमंत्री की लोकप्रियता, दूरदर्शिता और रचनात्मकता से न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया अभिभूत है। भारत की प्राचीन परंपरा योग को वैश्विक मंच पर स्थापित कर उन्होंने भारत की साख बढ़ाई। अमेरिका की जमीन पर मोदी-मोदी के नारे वहाँ के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी अचरज में डाल देते है, वहीं महाशक्ति अमेरिका के राष्ट्रपति अपने देश में अपनी लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए मोदी पर निर्भर होते है। यह वैश्विक इतिहास का अनोखा उदाहरण है और इससे प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक और सशक्त छवि का पता चलता है।

पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक का साहसिक और ऐतिहासिक कदम हो या डोकलाम में चीनी सेना को पीछे हटने पर मजबूर करने की आक्रामक कूटनीति, पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन के बहिष्कार का अग्रगामी कदम हो या इसके विकल्प में बिम्सटेक के सदस्य देशों को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने जैसे आक्रामक कूटनीतिक कदम उठाने से भी उन्होने परहेज नहीं किया। इस संगठन के देशों में वैश्विक जनसंख्या का लगभग 21 फ़ीसदी हिस्सा रहता है। इन सभी देशों की कुल जीडीपी 2.5 ट्रिलियन डॉलर से भी ज़्यादा है। जाहिर है कूटनीतिक के साथ आर्थिक मोर्चे पर भी देश का सशक्त करने का यह नरेंद्र मोदी सरकार का शानदार कदम माना गया।

भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाने के लिए कृत संकल्पित नरेंद्र मोदी सरकार ने साल 2014 में ‘मेक इन इंडिया’ पहल की शुरुआत की थी। देश में विनिर्माण को प्रोत्साहित करने और विनिर्माण में निवेश के माध्यम से अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाने के उद्देश्य से ऑटोमोबाइल, खनन, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़े और साल 2015 में भारत ने अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ते हुए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में शीर्ष स्थान प्राप्त कर लिया था।

यह मोदी सरकार की नीतियों का ही कमाल है की दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला भारत पिछड़ेपन को मात देकर अब तेजी से डिजिटल इण्डिया की ओर बढ़ रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना के द्वारा देश के हर नागरिक को डिजिटल शक्ति प्रदान की जा रही है, डिजिटल इंडिया से सभी क्षेत्रों के लोगो को ब्रॉडबैंड हाईवे की सुविधा, ई-गवर्नेंस,कौशल विकास कार्यक्रम, स्मार्टफ़ोन समेत इंटरनेट की सुविधा, पब्लिक इन्टरनेट एक्सेस कार्यक्रम, ई-क्रांति योजना से जोड़ने का लक्ष्य पूरा किया जा रहा है। देश आधुनिक बनने की राह पर है और चुनिंदा शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का काम तेजी से चल रहा है। स्मार्ट सिटी बनने से शहरी क्षेत्र एकदम नई तकनीक से युक्त हो जाएंगे। स्मार्ट सिटी एक ऐसी जगह होगी जहां सूचना तकनीक वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भूमिका निभाएगी। भारत स्वच्छ देश के रूप में दुनिया में अपनी पहचान बनाये यह सरकार और समाज की प्राथमिकता में शामिल है। स्वच्छ भारत अभियान विश्व में अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है जो भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा है।

आज़ादी के बाद से ही अनुच्छेद 370 का जख्म भारत की आन-बान-शान को चुनौती दे रहा था। मोदी सरकार ने इस अनुच्छेद को समाप्त कर भारत माँ के मस्तक को गौरवान्वित कर दिया। घट-घट में बसे भगवान राम भारत के आराध्य और मर्यादा पुरुषोत्तम है, अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का इंतजार सैकड़ों वर्षों से हमारी पीढ़ियाँ कर रही है। मोदी युग में मिली यह खुशी अविस्मरणीय है। आधुनिक समाज व्यवस्था में रुकावट बना ट्रिपल तलाक हो या फिर पड़ोसी देशों मे सताएँ और भगाएँ गए हिंदुस्तानियों की पीड़ा को कम करने के लिए बनाया गया नागरिकता संशोधन कानून हो,ये सारी उपलब्धियां युगों-युगों तक याद की जाएगी। कोरोना महामारी का डटकर मुक़ाबला करते हुए 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज के साथ आत्मनिर्भरता का मंत्र देकर भारत माँ के लाड़ले सपूत और देश के प्रधानमंत्री ने एक बार फिर यह दिखाया कि यह महान देश परेशानियों से झुकने या रुकने वाला नहीं है बल्कि हर परिस्थिति से लड़कर वह इतिहास रचने को कृतसंकल्पित है।

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