लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुश्किल वक्त में सकारात्मक सोच के साथ प्रयास करने की जरूरत पर जोर देते हुए बृहस्पतिवार को महिला स्वयं सहायता समूह को वर्तमान समय में स्वरोजगार के सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुएकहा कि चुनौती को अवसर में बदलने के लिए कठिन समय में सकारात्मक सोच के साथ प्रयास करने की आवश्यकता है।
योगी ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जाने वाले अचार, पापड़ आदि की कम्युनिटी किचन (सामुदायिक रसोई) में आपूर्ति की जाए। इससे समूहों के उत्पाद की सुनिश्चित बिक्री को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए मास्क और अंगौछे आवश्यक हैं। इस समय इनकी मांग भी अधिक है। इसे देखते हुए महिला स्वयं सहायता समूहों को मास्क तथा अंगौछा तैयार करने के कार्यों से जोड़ते हुए समूहों की आय में वृद्धि की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को भूखा न रहने देने की हिदायत के साथ संबंधित अधिकारियों को हर परिवार को जरूरत के मुताबिक खाद्यान्न उपलब्ध करानेके निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गृह जनपद में पृथक केंद्रों पर प्रवासी कामगार/श्रमिक की थर्मल स्कैनिंग की जाए। कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध प्रवासी कामगार/श्रमिक की पूल टेस्टिंग के माध्यम से मेडिकल जांच की जाए। जो बिल्कुल स्वस्थ हों, उन्हें राशन किट उपलब्ध कराते हुए घर पर पृथक-वासके लिए भेजा जाए। घर परपृथक-वास के दौरान उन्हें 1,000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर/अल्ट्ररेड थर्मामीटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे सप्ताह के अन्त तक प्रतिदिन 10,000 जांच के स्तर पर लाया जाए।
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