लोकपाल नही आया तो फिर होगा अनशन:अन्ना
अण्णा हजारे ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार अगले लोकसभा चुनाव से पहले मजबूत लोकपाल विधेयक पास करने में विफल रहती है तो वे अनशन करेंगें। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर अपने साथ छल करने का आरोप लगाते हुए अण्णा हजारे ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार अगले लोकसभा चुनाव से पहले मजबूत लोकपाल विधेयक पास करने में विफल रहती है तो वे अनशन न करने के अपने वादे को तोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि उनकी टीम जरूर टूट गई है पर हम शत्रु नहीं हैं। राजधानी में अपने दफ्तर के उद्घाटन के मौके पर देश के राजनीतिक नेतृत्व पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि देश में नेताओं की कमी नहीं है लेकिन समस्या यह है कि ये लोग घोटालों में शामिल हैं जैसा कि कोयला ब्लॉक आबंटन और टू जी स्पेक्ट्रम में देखने को मिला। अगर देश में बदलाव लाना है तो गांवों को बदलना होगा और यह सिर्फ अनुदान देने से नहीं बदलने वाला है। अगर ऐसा होता तो टाटा और बिरला काफी समय पहले देश को बदल चुके होते। हमारे पास नेताओं की कमी नहीं है। समस्या है कि ये लोग कोयला घोटाले, टू जी घोटाले में शामिल हैं। हमारे देश को ऐसे नेतृत्व की जरू रत है जो वादे पर खरा उतरे। सिर्फ बयानबाजी से कुछ नहीं होगा। लोकपाल विधेयक पर हजारे ने कहा कि उन्होंने वादा किया है कि किसी मांग पर दबाव बनाने के लिए वे अनशन नहीं करेंगे। लेकिन अगर 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले जनलोकपाल विधेयक पास नहीं होता है तो मैं अपना वादा तोडऩे को तैयार हूं। इस बार मैं रामलीला मैदान में अनशन कर सकता हूं बशर्ते चुनावों (2014) से पहले विधेयक पास नहीं होता है।
पिछले साल अगस्त में 13 दिनों के अनशन का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाए कि प्रधानमंत्री ने उनके साथ ‘छल’ किया। उन्होंने कहा था कि लोकपाल विधेयक में उनकी मांगों को शामिल करने के लिए उन्होंने प्रस्ताव पारित किया है।