टोंक की घटना पर चुप नहीं बैठेगा गुर्जर समाज, कार्रवाई नहीं तो उतरेंगे सड़कों पर , मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाए : पूर्व कैबिनेट मंत्री कालूलाल गुर्जर
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राकेश छोकर / नई दिल्ली
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टोंक में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले को लेकर अब जगह-जगह लोगों में आक्रोश फैलने लगा है। राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष और भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री कालूलाल गुर्जर ने उप मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए सरकार को कड़ी चेतावनी दी हैं।
राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री, विधानसभा के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि टोंक में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसे दूसरे दिन गांव के पास छोड़ दिया गया। यह मामला वहां के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया और मालपुरा विधायक के पास पहुंचा, तो वह दोनों पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों के पास जाकर कार्रवाई करने को कहा। लेकिन कार्रवाई तो दूर, दोनों के खिलाफ ही उल्टे मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जो राजस्थान कि वर्तमान सरकार की तानाशाही पूर्ण कार्रवाई है। टोंक की घटना को लेकर कालूलाल गुर्जर के मुताबिक सरकार ने उन दोनों से आधारहीन रूप से कहा कि लॉकडाउन के नियमों का आपने उल्लंघन किया है।. गुर्जर ने सरकार से मांग करते हुए तुरंत एक्शन लेने की बात कही।
उन्होंने कहा कि गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष के नाते में सरकार से यह मांग करता हूं कि ऐसे मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए फास्ट ट्रैक न्यायालय में स्थानांतरित किया जाए।. जिससे दोषियों को सख्त सजा मिल सके । कालूलाल गुर्जर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टोंक से विधायक भी है। मुझे बड़ा आश्चर्य है कि राज्य का उप मुख्यमंत्री की विधानसभा वाले जिले में ऐसी घटना होने पर भी त्वरित कार्रवाई नहीं हो पाई।. मैं उपमुख्यमंत्री को भी कहना चाहता हूं कि अगर आप की सरकार में नहीं चलती है, तो आप इस पर पुनर्विचार करे। कालूलाल गुर्जर ने तो यहां तक कह दिया कि वह( उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट) जरूरी नहीं की इसके बाद भी कांग्रेस सरकार में रहें, क्योंकि समाज पहले आता है फिर सरकार।