लखनऊ। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाए जाने के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कहीं से भी कोई बिना अनुमति के प्रवेश न कर सके। सीएम योगी के सीमाओं को सील कर कड़ी निगरानी कराए जाने के निर्देशों के बाद पड़ोसी राज्यों की सीमाओं से जुड़े जिलों की पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे प्रदेशों से छिपकर आए लोगों के बारे में पता लगाने और उन्हें क्वारंटाइन कराए जाने के निर्देश भी दिए हैं। ऐसे लोगों के कोरोना कैरियर होने की संभावना है। इनकी खोजबीन के लिए सोशल सर्विलांस की मदद लेने के निर्देश भी दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यह सुनिश्चित कराया जा रहा है कि सीमावर्ती क्षेत्रों से कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के प्रदेश में प्रवेश न कर सके।
मुख्यमंत्री हेल्प लाइन के जरिए ग्राम प्रधानों व शहरों में पार्षदों से संवाद कर यह सुनिश्चित कराया जा रहा है कि कोई भी चोरी-छिपे न आए और ऐसे संदिग्ध लोगों के बारे में समय से जानकारी भी मिल सके। वहीं दूसरे राज्यों से कामगारों व अन्य फंसे हुए लोगों को लाने की कसरत में पुलिस की भूमिका भी बढ़ गई है। लॉकडाउन का और कड़ाई से अनुपालन कराए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। खासकर हॉट स्पॉट क्षेत्रों में पुलिस को पूरी मुस्तैदी बरतने को कहा गया है।
मेडिकल इंफेक्शन रोकने पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए चिकित्साकर्मियों के संक्रमण को रोकने पर जोर दिया। उन्होंने हॉटस्पॉट और क्वारंटाइन सेंटर पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए पुलिस टीम को भी आवश्यक सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने और मेडिकल प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया जाए और एक मोबाइल एप भी विकसित किया जाए। पुलिस लाइन और थानों को भी सैनिटाइज किया जाए।
यूपी में कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़कर 32 हो गई हैं। कानपुर नगर, वाराणसी, फीरोजाबाद, बिजनौर, मुरादाबाद व आगरा में अब तक पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। आगरा के पुलिसकर्मियों की संख्या अब तीन हो गई है। पुलिस में बढ़ते खतरे को देखते हुए फ्रंटलाइन की चुनौतीपूूर्ण ड्यूटियां कर रहे पुलिसकर्मियों को मास्टर ट्रेनर के जरिए खुद को सुरिक्षत रखने का प्रिशक्षण भी दिलाया जाए। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ पर्यवेक्षण अधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी है।
लॉकडाउन के दौरान मंडियों में कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय पालन न करने पर कुल 90 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही 183 लाइसेंस निलंबित अथवा निरस्त किए गए हैं। निदेशक मंडी परिषद जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश की कुल 251 मंडियों के जरिए लॉकडाउन की अवधि में फल-सब्जी व खाद्यान्न आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवाएं संचालित है। करीब एक माह में मंडियों में बचाव नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की गई है। कुल 90 लोगों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 188 में रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिसमें अलीगढ़ संभाग में 30 और मुरादाबाद में 20 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई। इसके अलावा कुल 183 लाइसेंस निलंबित अथवा निरस्त किए गए। इसी क्रम में 481 लाइसेंसधारकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मंडी नियमों का उल्लंघन करने पर 20,60,544 रुपये अर्थदंड वसूला गया है।
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