लखनऊ । ( विशेष संवाददाता ) देश में चल रहे लॉक डाउन को लेकर लोगों में यह सवाल पूछने की प्रवृत्ति बढ़ती ही जा रही है कि 3 मई के बाद लॉक डाउन की स्थिति क्या होगी ? ऐसा नहीं है कि सरकारें लॉक डाउन की स्थिति को लेकर चिंतित नहीं हैं , केंद्र सरकार हो चाहे राज्य सरकारें हों सभी इस बात को भली प्रकार समझ रही हैं कि लोगों में लॉक डाउन में अधिक रखने से बेचैनी भी बढ़ सकती है । इसलिए अब कुछ नई रणनीति बनाती हुई केंद्र सरकार दिखाई दे रही है । केंद्र सरकार ने रेड जोन से ग्रीन जोन में जिलों को रखने के मानक बदले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदन की ओर से जारी पत्र के अनुसार अब 28 दिन की बजाय 21 दिन तक कोरोना वायरस से संक्रमित का नया केस नहीं आने पर जिले को रेड जोन से ग्रीन जोन में कर दिया जाएगा। अभी तक 14 दिन तक नया केस नहीं आने पर जिले को रेड से आरेंज और फिर अगले 14 दिनों तक केस नहीं आने पर ग्रीन जोन जिलों में रखा जाता था।
केंद्र सरकार की ओर से जारी लिस्ट के अनुसार यूपी के 19 जिले रेड जोन में है। ऑरेंज जोन में 35 जिले और ग्रीन जोन में 20 जिले हैं।
रेड जोन के जिले आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद ,फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा, बरेली हैं । जबकि ऑरेंज जोन के जिलों में गाजियाबाद, हापुड़, बदायूं, बागपत, बस्ती ,शामली, औरैया, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी, श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ, भदोही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई, कौशांबी सम्मिलित हैं और
ग्रीन जोन जिलों में बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हाथरस, महाराजगंज, शाहजहांपुर, अंबेडकर नगर ,बलिया ,चंदौली ,चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद ,फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थ नगर, सोनभद्र, अमेठी सम्मिलित हैं ।