कैंसर के सेल्स कई प्रकार के होते हैं जो कि शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं। कैंसररोधी सेल्स के लक्षण सामान्य होते हैं। कैंसर की कोशिकाओं की संख्या लगातार बढती जाती है और वे समाप्त नहीं होती हैं। धीरे-धीरे कैंसर की कोशिकाएं शरीर के अन्य ऊतकों और अंगों में फैल जाती हैं। कैंसर की कोशिकाएं जब हड्डियों में फैल जाती हैं तब तब बोन कैंसर होता है। बोन कैंसर ज्यादातर हाथों और पैरों की हड्डी में होता है लेकिन यह शरीर के किसी भी अंग में फैल सकता है। बोन कैंसर होने पर हड्डियों में दर्द होता है और थकान होने लगती है। बोन कैंसर आदमी के लिए घातक हो सकता है हड्डियों में दर्द होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए जिससे कि इसका समय रहते इलाज हो सके।
प्राइमरी बोन कैंसर –
प्राइमरी बोन कैंसर सीधे हड्डियों में फैलता है। हड्डियों में चोट लगना, फ्रैक्चर होना, प्राइमरी बोन कैंसर के फैलने का कारण है। अक्सर कोई काम करने के दौरान हड्डियों में चोट लगने से भी बोन कैंसर फैल सकता है। बच्चों और खिलाडियों में खेलने के दौरान चोट या फ्रैक्चर हो जाता है जो कि बोन कैंसर का कारण बनता है।
मेटास्टेटिक बोन केंसर (Metastatic Bone Cancer) –
मेटास्टेटिक बोन कैंसर को सेकेंडरी बोन कैंसर भी कहा जाता है। बोन कैंसर का यह प्रकार हड्डियों में शरीर के दूसरे अंग से फैलता है। जब किसी आदमी को मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, फेफडे का कैंसर या अन्य कैंसर हो जाता है और कैंसर की कोशिकाएं हड्डियों में फैलती हैं तो उसे मेटास्टेटिक बोन कैंसर कहते हैं।
बोन कैंसर फैलने के कारण
धू्म्रपान –
धूम्रपान करने से बोन कैंसर होने का खतरा होता है। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान कैंसर को बढाता है। तंबाकू खाने से मुंह का कैंसर फैलता है।
विटामिन-डी –
शरीर में विटामिन-डी की कमी भी बोन कैंसर के फैलने का कारण बन सकती है। विटामिन डी की कमी की वजह से हड्डियां बहुत कमजोर हो जाती हैं जिसकी वजह से कैंसर के सेल्स हड्डियों को आसानी से प्रभावित कर सकते हैं।
आनुवांशिक –
घर में अगर किसी को किसी भी प्रकार का कैंसर या बोन कैंसर है तो उसका प्रभाव बच्चे पर भी पड सकता है। कैंसर की कोशिकाएं मां से बच्चे को हो सकती हैं।
फ्रैक्चर होना –
हड्डी में जब किसी भी प्रकार की चोट लगती है, तब बोन कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है। काम के वक्त या खेल के दौरान अक्सर हड्डियों में मोच लग जाती है जो कि बोन कैंसर के फैलने का कारण होता है।
रेडिएशन या एक्स–रे –
रेडिएशन या एक्स–रे की किरणों के संपर्क में आने से भी बोन कैंसर फैल सकता है। किसी अन्य बीमारी की वजह से सर्जरी कराने के बाद भी बोन कैंसर के फैलने का खतरा होता है।बोन कैंसर होने के बाद कैंसर की कोशिकाएं हिड्डियों के विकास को रोक देती हैं। कैंसररोधी सेल्स बढने के कारण हड्डियों की स्वस्थ कोशिकाएं समाप्त होने लगती हैं जिससे हड्डी बहुत कमजोर और पतली हो जाती हैं। भूख न लगना, चक्कर आना, थकान होना, हड्डियों में दर्द की वजह से लंगडाना बोन कैंसर का शुरूआती लक्षण है।