सूरज की तरह जगत में,
करना तुम उजाला।
माता-पिता ने तुम्हें,
बड़े नाजों से पाला।
जीवन में आगे बढ़ना तुम,
अंधेरा हो या रोशनी।
मुस्कराना हर दम तुम,
धूप हो या चांदनी।
सूरज की तरह जगत में,
करना तुम उजाला।
माता-पिता ने तुम्हें,
बड़े नाजों से पाला।
जीवन में आगे बढ़ना तुम,
अंधेरा हो या रोशनी।
मुस्कराना हर दम तुम,
धूप हो या चांदनी।