भारत की सेना का गौरवशाली इतिहास रहा है। इसकी बहादुरी और शेर दिली का रोमांचकारी इतिहास शत्रु को ‘नानी याद दिलाने वाला’ रहा है। इसने सदा राष्ट्र रक्षा को ही अपना दायित्व समझा है, राजनीति से सर्वथा दूर रहकर संन्यस्त भाव से इसने मर्यादा और अनुशासन में रहकर जो मिसाल कायम की है वह दुनिया में अनुपम और अद्वितीय है। सचमुच भारत की सेना दुनिया में बेजोड़ और बेमिसाल है।
पाकिस्तान की ओर से जो कायराना कार्यवाही करते हुए हमारे सैनिक का सर कलम किया गया है, वह एकदम उत्तेजक है। सारा देश इस घटना से उबल पड़ा है। शहीदों के परिवारों के प्रति जहां इस समय सम्मान और सदभावना पूरे देश में व्याप्त है वहीं शत्रु के प्रति घृणा का भाव भी पूरे जोर पर है। ऐसे में भारत के सेनाध्यक्ष जनरल विक्रम सिंह ने देश का मनोबल बढ़ाते हुए पाकिस्तान को आगाह किया है कि भारत उकसावे की प्रत्येक कार्यवाही का मुंहतोड़ जवाब देगा। सेनाध्यक्ष ने भारतीय सैनिक के सर कलम करने की घटना को अक्षम्य कहा है। सेनाध्यक्ष का मानना है कि पड़ोसी देश ने जो कुछ भी किया है वह एक सोची समझी नीति के तहत किया है। सेनाध्यक्ष ने कहा कि यह भारत पर निर्भर है कि ‘वह जब जहां चाहे’ इसका जवाब दे। उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मथुरा में जाकर लांसनायक हेमराज की पत्नी और माता का अनशन उन्हें जूस पिलाकर तुड़वाया। मुख्यमंत्री ने परिवार को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिया और सरकार की ओर से शहीद के परिवार को 25 लाख रूपये का चैक दिया। उन्होंने शहीद के गांव का पूर्ण विकास करने व छाता की शुगर मिल का नाम शहीद हेमराज सिंह के नाम पर रखकर चलाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने शहीद के परिवार के दो सदस्यों को नौकरी देने का आश्वासन भी दिया है।
मुख्यमंत्री की इस पहल से जहां परिवार को राहत मिली है, वहीं सभी देशवासियों को भी अच्छा अहसास हुआ है। पूरे देश की इस समय इच्छा ही ये है कि शहीदों का पूरा सम्मान होना चाहिए और उनके परिजनों को भी किसी प्रकार की तंगी का अहसास नही होना चाहिए। सोमवार को मुख्यमंत्री शहीद के परिवार से मिले तो अगले दिन सेनाध्यक्ष जनरल विक्रम सिंह ने भी शहीद के परिवार से मिलकर उनका हौंसला बढ़ाया और दुख की इस घड़ी में अपनी संवदेनाएं शहीद के परिवार के प्रति व्यक्त कीं। सचमुच देश इस समय अपने सैनिकों की शहादत को लेकर उबल रहा है। इस उबाल के दृष्टिगत मुख्यमंत्री और सेनाध्यक्ष ने जो कुछ कदम उठाए हैं, वह एकदम स्वागत योग्य हैं।