मुरली मनोहर श्रीवास्तव
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से देश की जंग जारी है। फिर भी कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसू बीच सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) ने कोरोना संदिग्ध भारतीय मुसलमान के नेपाल से भारत वापस आने का अलर्ट जारी कर दिया है। दुनिया में कोरोना की महामारी शुरु होने के साथ ही बिहार को जब इसकी भनक लगी उसने एहतियात बरतने शुरु कर दिए। देश-दुनिया में बिहार के लोग बाहर बहुत बड़े पैमाने पर हैं। बावजूद इसके बिहार कोरोना की इस महामारी में सेफ जोन में है। बहुत कम यहां कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। लेकिन तबलीगी मरकज के गलत मनसूबे वालों को देश के विभिन्न इलाकों में भेजकर परेशान करने की साजिश रची जा रही है। उन्हीं में से कुछ बिहार को बर्बाद करने में पूरी तरह से जुट गए हैं। लेकिन एक बात याद रखना इस तरह के मनसूबे भले ही कुछ पल के लिए कामयाब हो जाएं मगर उनकी अंत भी करना बिहार को अच्छी तरह से आता है।
संक्रमण फैलाने की साजिश का पर्दाफाशः
बिहार में कोरोना को तेजी से फैलाने की साजिश का पर्दाफाश हो गया है। नेपाल में बैठा दहशतगर्द बिहार में कोरोना संक्रमण को फैलाने की घिनौनी साजिश रच रहा है। इस बात की खुलासा एसएसबी के पत्र से हुई। एसएसबी ने बेतिया के डीएम और एसपी को चिट्ठी लिखकर जानकारी दी है कि नेपाल के रास्ते से कोरोना संक्रमित जमात वालों को भारत में भेजने की साजिश रची जा रही है। इसके बाद गोपनीय चिट्ठी के जरिए बेतिया के डीएम और एसपी को इस बात की जानाकारी देते हुए अलर्ट कर दिया गया। इस चिट्ठी में एक नाम का जिक्र आया है वो है ‘जालिम मुखिया’ का। इसके नाम भारत विरोधी गतिविधियां संचालित करने का पहले से ही आरोप रहा है। सीमा सुरक्षा बल ने 03 अप्रैल 2020 को पत्र लिखकर बेतिया डीएम को पूरी साजिश की जानकारी दी थी। एसएसबी के पत्र के बाद 7 अप्रैल को बेतिया डीएम ने एसपी समेत अन्य अधिकारियों को कोरोना संदिग्ध के नेपाल से भारत आने की गतिविधि के बारे में जानकारी दी थी।
नेपाल में बैठा है ‘जालिम’
जालिम मुखिया एक ऐसा नाम जो बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों को भेजने की साजिश ही नहीं रच रहा है बल्कि गलत कार्यों को अंजाम दे रहा है। नेपाल के परसा जिला के सेरवा थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव के रहने वाले इस जालिम ने भारत में कोरोना महामारी फैलाने की योजना बना रहा है। जालिम मुखिया नेपाल-भारत से हथियार के अवैध सप्लाई से लेकर जाली नोटों का सौदागर भी है। नेपाल का जालिम मुखिया के नाम का उल्लेख एसएसबी ने अपने पत्र में किया है।यही जालिम मुखिया भारत विरोधी गतिविधि में शामिल रहा है। भारत में हथियार सप्लाई से लेकर जाली नोट के कारोबार में इसकी भूमिका भी जगजाहिर है। जालिम मुखिया नेपाल कंम्यूनिस्ट पार्टी का सक्रिय सदस्य है जो पूर्व में माओवादी का सदस्य भी रहा है। यही वजह रही है कि नेपाल के पिछले हुए चुनाव में बड़ी भूमिका रही है। इस पूरे जुल्म के साजिशकर्ता जालिम मुखिया का घर परसा जिले के जगन्नाथपुर में है जो बिहार के बेतिया के सिकटा सीमा से जुड़ा हुआ है।
इस बात की जानकारी मिली तो बिहार के अपर गृह सचिव आमिर सुबहानि ने कहा कि कोरोना संदिग्ध जो नेपाल के रास्ते बिहार में घुसने की फिराक में हैं, उन्हें किसी कीमत पर हम नहीं आने देंगे। अपनी सतर्कता को दर्शाते हुए कहते हैं सीमाएं सील कर दी गई हैं, हर पहलू पर जांच की जा रही है। आमिर सुबहानि ने कहा कि प्रशासन अलर्ट है, साथ ही इसकी जानकारी गृह मंत्रालय को भी दे दी गई है। बेतिया के एसपी जिले का पूरा बॉर्डर सील होने की बात करते हैं। एसएसबी ने भी बेतिया जिले से लगता हुआ इंडो-नेपाल बॉर्डर को सील कर दिया है। किसी का नेपाल से इधर आने का कोई प्रश्न नहीं उठता है। बावजूद इसके जालिम की कारगुजारियां बिहार के लिए चौकस रहने का समय है। अन्यथा जालिम कारनामों का जो खुलासा हुआ है कहीं न कहीं कोई दूसरी राह भी अख्तियार कर सकता है। चौंकाने वाली बात ये है कि आखिर बिहार को तबाह क्यों करना चाह रहा है। आखिर उसके मनसूबे क्या है। जैसे सवालों के घेरे में घिरा जालिम खुद की ही वजूद को खतरे में डाल रहा है। वो जिन लोगों को यहां भेज रहा है वो उसके लिए आगे राहों के कांटे साबित हो सकते हैं।