उप्र की कानून व्यवस्था पर संसद में हंगामा
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर आज संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ जिसके चलते लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर उत्तर प्रदेश में एक डीएसपी की हत्या, पंजाब में कथित रूप से पुलिस ज्यादती तथा श्रीलंका में तमिलों की स्थिति समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्ष के साथ ही सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के सदस्यों द्वारा किए गए भारी हंगामे के कारण बैठक कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने विशेष कक्ष में मौजूद मकदूनिया के संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करने के बाद प्रश्नकाल शुरू करवाया। लेकिन प्रश्नकाल शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के सदस्य उत्तर प्रदेश में एक पुलिस उपाधीक्षक की हत्या के मुद्दे तथा अन्नाद्रमुक और द्रमुक सदस्य श्रीलंका में तमिलों की स्थिति को लेकर आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। द्रमुक के नेता टीआर बालू समेत पार्टी के सभी सदस्य काले कपड़े पहने हुए थे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक डीएसपी की मौत के मामले में कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या का नाम सामने आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया है और इसी पर बसपा और सपा ने आज सदन में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। उधर कांग्रेस सदस्य पंजाब में पुलिस द्वारा कथित रूप से एक बाप बेटी को पीटे जाने का मुद्दा उठाते हुए आसन के सामने आ गए। अध्यक्ष ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया लेकिन सदस्यों का हंगामा जारी रहा और स्थिति शांत न होते देख उन्होंने बैठक कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।